November 24, 2024

कोंडागांव में संपन्न हुआ आदिवासियों का ऐतिहासिक तीन दिवसीय पेन करसाड़*

 

कोंडागांव आदिवासी बाहुल्य जिला कोंडागांव में नार्र गांयता कोंडागांव के सानिध्य व निमंत्रण पर सदियों से आदिवासियों के आस्था का केंद्र रहा गोंडवाना समाज भवन कनेरा रोड कोंडागांव में दिनांक 11,12 व 13 मार्च 2024 को बडे़ ही शानदार,ऐतिहासिक रुप से संपन्न हुआ पेन करसाड़।ज्ञात हो कि यह जिला पांचवी अनुसूची क्षेत्र में आता है तथा यहां पर आदिवासियों की अपनी अलग स्वशासन व नियंत्रण की शक्ति संविधान द्वारा प्राप्त है,यहां पर 244(1) व 13(3)के विशेष अधिकार होने के बावजूद भी इस आयोजन में अनेक आदिवासी विरोधी ताकतों ने अड़चने डालने का प्रयास किया । जबकि आदिवासियों को पूरी दुनिया में उनकी अलग जीवन शैली के लिए जाना जाता है,जिसमें उनकी रीति,नीति ,परंपरा तथा रूढी़ व प्रथा एवं अलग ही अपनी सामाजिक व्यवस्था तथा प्रकृति के सबसे करीब रहकर जीवन बसर करने के लिए जाना जाता है,।देश ही नहीं वरन पूरी दुनिया जानती है कि समूचे बस्तर संभाग में आदिवासियों की बहुलता है,जिसमें से जिला कोंडागांव भी आता है,यहां पर गोंड समुदाय की बहुलता किसी से छिपी नहीं है ।वर्तमान दौर में यहां की संस्कृति, परंपरा पर विभिन्न बाहरी संस्कृतियों के आक्रमणों से बचाये रखने के जद्दोजहद व अपनी परंपरा को अक्षुण बनाये रखते हुए नार्रपेन बाबा पिलकुंवर व बाबा बुढा़लपेन के सानिध्य में व नार्रगांयता बुधसिंग कोर्राम तथा बलराम कोर्राम के निमंत्रण पर क्षेत्र के सबसे बडे़ पूरखा गुट्टे मुदिया व बाबा नरसिंग नाथ के विशेष आतिथ्य में जिले भर से आए सैकडो़ पेनों के ऐतिहासिक पेन स्वागत उपरांत विधिवत सेवा अरजी कर पेन ठानों का परिक्रमा उपरांत पेन करसाड़ का आगाज किया गया ।लगातार तीन दिवस चली इस करसाड़ कार्यक्रम में विभिन्न सत्र हुए,जिसमें आने वाली पीढी़ को अपनी व्यवस्था से परिचित कराना,प्रकृतिनुरुप अपनी व्यवस्था को बनाए रखना,वन सरंक्षण,भूमिसंरक्षण ,शिक्षा तथा पेनों का आदिवासियों के जीवन में महत्व ,पेन स्थलों पर हस्तक्षेप आदि विषयों पर वृहद चर्चा किया गया ।
इस ऐतिहासिक करसाड़ में विशेष रूप से प्रमुख पेनों के साथ साथ समीपस्थ राज्य उडी़सा,महाराष्ट्र,झारखंड व तेलगांना से आए अतिथियों का उद्बोधन व आदिवासियों की सामाजिक व्यवस्थाओं पर तथा जल,जंगल व जमीन की सुलक्षा पर उद्बोधन प्रेरणादायी रहा साथ ही इस करसाड़ में लया-लयोर(युवा युवतियों) का बढ़ चढ़ कर सहभागिता तथा स्थानीय कोंडागांव के मुलवासिंदों की सक्रिय सहभागिता से जिले के समस्त आदिवासियों में नया उत्साह का संचार हुआ।उपस्थित समस्त जन समूह पेनपाटा व पेन करसाड़ से अभिभूत हुए ।पेनों की विशेष आशीर्वाद से इस तीन दिवसीय कार्यक्रम निर्विघ्न रुप से बडे़ ही उत्साह व विश्वास के साथ बहुत ही सफलता पूर्वक संपंन्न हुआ ,जिसमें मुख्य रुप से नार्र गांयता (कोंडागांव के प्रथम पुरुष)बुधसिंग कोर्राम,बलराम कोर्राम,ललित कोर्राम एवं गांयता परिवार के लया लयोर,सियान ,माताएं ,बच्चों के साथ साथ गोंडवाना समाज समन्वय समिति जिला कोंडागांव के समाज प्रमुख संभागीय उपाध्यक्ष तिरु. मरकाम सुरेश,संभागीय कोषाध्यक्ष तिरु.रामसिंग नाग,ब्लाक अध्यक्ष कोंडागांव तिरु.सोनधर नेताम,कार्य.जिलाध्यक्ष तिरु.रुपचंद ध्रुव ,सहसचिव तिरु.डी.पी.नेताम,एवं जिला सहसचिव तिरु.संतु नेताम (माकडी़) ,ब्लाक संरक्षक माकडी़ तिरु.घासी राम मरकाम ,अध्यक्ष पन्नालाल नेताम ब्लाक अध्यक्ष केशकाल तिरु.सतऊ नेताम,तिरु.धनसाय नेताम,सचिव तिरु.मंगलसाय नेताम,युवा प्रभाग जिला अध्यक्ष रोशन गावडे़ ,ब्लाक अध्यक्ष सतीश नेताम जैतपुरी (फरसगांव),ब्लाक सचिव तिरु.बलदेव मरकाम,संगठन मंत्री रामेश्वर नेताम,कर्म .प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष तिरु.एस. आर .मरकाम, उपखंड संरक्षक तिरु.दादा नेताम सुरेश बुनागांव ,जिला मीडिया तिरू.शिवलाल मरकाम,ब्लाक अध्यक्ष फरसगांव तिरु.चेरकू राम नेताम युवा प्रभाग सर्व तिरु.शिवा नेताम, शहर अध्यक्ष तिरु.शंकर मरकाम,तिरु.सनत सोरी,तिरु .बालनाथ नेताम ,दादा जे.आर मरकाम,तिरु .घीना कोर्राम,तिरु.सकरु सोरी बोलबोला,सर्व आदिवासी ब्लाक अध्यक्ष तिरु.पनकू नेताम ,तिरु.कंवलसाय मरकाम ,महिला प्रभाग से श्रीमती कुंती नेताम,श्रीमती रीता पोयाम,श्रीमती जैनी नेताम, रघनी मरकाम, रमा मरकाम,खुश्बु,डीम्पल नेताम,नूतन नेताम ,ओमराज,उमेश नाग,दशरू नेताम,वैभव मरकाम,अरूण नेताम जिले भर के हजारों युवा युवतियों के अलावा कोयतूर गोटूल कोंडानार्र के लया लयोर उपस्थित रहे तथा कोंडागांव जिले के विभिन्न गांवों से आए ढोल ,कुंड्डी़ टीम,आकर्षण के केंद्र रहे ।करसाड़ के प्रत्येक नेंगों से समाज की नव पीढी़ अवगत हुआ ।