छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में होगा चुनाव, निर्वाचन आयोग ने कर दिया तारीखों का ऐलान, जानिए कब करना है मतदान
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आज तारीखों का ऐलान हो गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, दोनों चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ आज मीडिया को संबोधित करते हुए लोकसभा चुनाव 2024 और 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही आज से देशभर में आचार संहिता भी लागू कर दी गई है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि देशभर में लोकसभा चुनाव चरण में होगा। जारी नोटिफिकेशन के अनुसार पहला चरण के लिए चुनाव 19 अप्रैल, दूसरा चरण के लिए चुनाव 26 अप्रैल, तीसरा चरण के लिए चुनाव 7 मई , चौथा चरण के लिए चुनाव 13 मई, पांचवा चरण के लिए चुनाव 20 मई , छठवां चरण के लिए चुनाव 25 मई, सातवां चरण के लिए चुनाव 1 जून को होगा। वहीं, 4 जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम जारी किए जाएंगे।
बात की करें छत्तीसगढ़ की तो यहां तीन चरणों में चुनाव कराया जाएगा।
कब कब डाले जाएंगे वोट
पहला चरण: 19 अप्रैल (बस्तर)
दूसरा चरण: 26 अप्रैल (कांकेर, महासमुंद और राजनांदगाव)
तीसरा चरण: 7 मई ( रायपुर, सरगुजा रायगढ़, जांजगीर चाम्पा, कोरबा, बिलासपुर और दुर्ग)
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि चुनाव के लिए हमारी टीम तैयार है। उन्होंने कहा कि चुनाव में 97 करोड़ वोटर्स मतदान करेंगे। 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन होंगे, जबकि 55 लाख EVM का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए 1.5 करोड़ पोलिंग अधिकारी और सुरक्षा अधिकारी तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 1.82 करोड़ युवा वोटर्स हैं, जो कि इस बार मतदान करेंगे। उन्होंने कहा कि 18 से 29 साल के साढ़े 21 लाख वोटर हैं।
7 चरणों में हुआ था चुनाव
लोकसभा चुनाव 2019 के लोकसभा चुनाव सात चरणों में संपन्न हुए थे। पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल और आखिरी दौर का मतदान 19 मई को हुआ था। 2019 में 11 अप्रैल , 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई और 19 मई को वोटिंग की गई थी। चुनाव के परिणाम 23 मई को घोषित कि गए थे। पिछली बार भी लोकसभा चुनाव के साथ-साथ आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम राज्यों के विधानसभा चुनाव के चुनाव हुए थे।
पिछले चुनाव में बीजेपी ने 303 सीटों पर जीत हासिल की थी और बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को कुल 353 सीटें मिली थीं। बीजेपी ने उस चुनाव में 37.36 फीसदी वोट हासिल किए, जबकि एनडीए को 45 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं, कांग्रेस पार्टी ने 52 सीटें जीतीं और कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 92 सीटें जीतीं। अन्य दलों के खाते में 97 सीटें गईं थीं।