May 9, 2024

नवरात्रि में सपने में आई देवी मां तो महिला ने काट कर चढ़ा दी अपनी जीभ, फिर जो हुआ…

जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, यहां एक महिला ने अपनी जीभ काटकर माता के चरणों में चढ़ा दी। हैरत की बात ये थी कि परिजन उस महिला को चिकित्सालय पहुंचाने की जगह वहां बैठकर कीर्तन करते रहे। बाद में जब महिला की हालत ज्यादा गंभीर हो गई तो उसे चिकित्सालय ले जाया गया। यहां चिकित्सकों ने बड़ी मुश्किल से महिला की जान बचाई। मामला जबलपुर के ग्वारीघाट थाना इलाके के संजय नगर का है।

कुसुम चौधरी नाम की महिला को सपने में देवी मां ने दर्शन दिए। तत्पश्चात, उसने ब्लेड से अपनी जीभ को काट कर पत्ते में रखा। फिर उसे घर के ही मंदिर में चढ़ा दिया। परिजनों ने जब उपचार के लिए कहा तो महिला ने उपचार करवाने से स्पष्ट मना कर दिया है। देखते ही देखते महिला के घर में भारी भीड़ एकत्रित हो गई तथा उसके घर पर लोग भजन कीर्तन करने में लग गए। परिवार वाले भी भजन कीर्तन करने लगे। महिला के बेटे राजा चौधरी ने बताया कि उसकी 55 वर्षीय मां कुसुम चौधरी ने देवी मां की भक्ति में बृहस्पतिवार को घर में बने मंदिर में ब्लेड से अपनी जीभ काटकर पान के पत्ते में रखी। फिर उसे माता को चढ़ा दिया। परिजनों की जब उस पर नजर पड़ी तो उन्होंने कुसुम को अस्पताल ले जाने का प्रयास किया। लेकिन देवी मां की भक्ति भाव में डूबी कुसुम चौधरी ने अस्पताल जाने से स्पष्ट इंकार कर दिया। कुसुम ने कहा कि मां शारदा ही उसे ठीक करेंगी। फिर परिजनों ने भी कोई जहमत नहीं उठाई। उन्होंने भी महिला की बात मान ली तथा भक्ति में लीन होकर वे लोग वहीं पर पूजा पाठ करने लगे।

 

 

वही इस बीच गांव के और लोग भी उनके घर पहुंचे। सभी भजन कीर्तन करने लगे। उन्हें भी लगा कि सच में कुसुम के सपने में माता आई होंगी। मगर बाद में महिला की तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो उसे चिकित्सालय ले जाया गया। चिकित्सकों ने उसकी जान किसी तरह बचा ली। लेकिन अभी पूरी तरह ठीक होने में उसे समय लगेगा। कुसुम की मानें तो बुधवार की रात को सपने में उसे शारदा माता ने दर्शन दिए। उन्होंने उसे आशीर्वाद दिया। तत्पश्चात, कुसुम ने मां के लिए अपनी जीभ काटी। फिर उसे पान के पत्ते में रखकर अपने पूजा घर में रख दिया। जहां माता की तस्वीर रखी थी। कुसुम ने बताया कि उसने ये सब सिर्फ भक्ति में किया है। और उसे इसका कोई दुख नहीं है। माता उसे ठीक कर देंगी।