May 6, 2024

भारतीय रेलवे में क्या हैं ई टिकट और आई टिकट में अंतर जानिए यहां

 भारतीय रेलवे भारत की सबसे बड़ी और प्रमुख रेल परिवहन नेटवर्क है. यह रेलवे जनसंचार, व्यापार, और परिवहन के लिए महत्वपूर्ण है और देशभर में लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करता है. भारतीय रेलवे की आरंभिक यात्रा 16 अप्रैल 1853 को मुंबई से ठाणे के बीच 34 किलोमीटर की दूरी पर हुई थी. भारतीय रेलवे देश के विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ता है और लंबे दूरी तक यात्रा की सुविधा प्रदान करता है. यह विभिन्न राज्यों, शहरों, और गाँवों को एक साथ जोड़ता है और लोगों को आर्थिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक रूप से संबंधित करता है. भारतीय रेलवे देश के विभिन्न भागों में सफर करने के लिए विभिन्न प्रकार की यात्रा सेवाएं प्रदान करता है, जैसे कि लोकल ट्रेनें, एक्सप्रेस ट्रेनें, राजधानी ट्रेनें, और शताब्दी ट्रेनें. अगर आप इंडियन रेलवे में सफर करते हैं और आप ये नहीं जानते कि E-Ticket और I-Ticket में क्या अंतर है तो आइए जानते हैं.

दोनों ही भारतीय रेलवे द्वारा पेश किए गए टिकट हैं, जिनका उपयोग यात्रा करने के लिए किया जा सकता है. हालांकि, इन दोनों प्रकार के टिकटों में कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं.

1. बुकिंग: E-Ticket ऑनलाइन IRCTC वेबसाइट, मोबाइल ऐप, या UTS ऐप के माध्यम से बुक किए जा सकते हैं. I-Ticket केवल IRCTC वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से बुक किए जा सकते हैं.

2. प्रिंटिंग: E-Ticket को प्रिंट करना अनिवार्य नहीं है. आप यात्रा के दौरान अपनी मोबाइल स्क्रीन पर टिकट दिखा सकते हैं. I-Ticket को अनिवार्य रूप से प्रिंट करना होगा. आपको यात्रा के दौरान प्रिंटेड टिकट दिखाना होगा.

3. रद्दीकरण: E-Ticket को ऑनलाइन IRCTC वेबसाइट, मोबाइल ऐप, या UTS ऐप के माध्यम से रद्द किया जा सकता है. I-Ticket को केवल IRCTC वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से रद्द किया जा सकता है.

4. शुल्क: E-Ticket पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता है. I-Ticket पर 50 रुपये का अतिरिक्त शुल्क लगता है.

5. सुविधा: E-Ticket: E-Ticket अधिक सुविधाजनक हैं क्योंकि आपको उन्हें प्रिंट करने की आवश्यकता नहीं है और आप उन्हें ऑनलाइन रद्द कर सकते हैं. I-Ticket: I-Ticket थोड़े कम सुविधाजनक हैं क्योंकि आपको उन्हें प्रिंट करने की आवश्यकता है और आप उन्हें केवल ऑनलाइन रद्द कर सकते हैं.