पंचायतों की रकम दबाए बैठे पूर्व सरपंचों और सचिवों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट
पंचायतों की रकम दबाए बैठे पूर्व सरपंचों और सचिवों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट =आठ ग्राम पंचायतों के पूर्व सरपंच और सचिव घेरे में =
जगदलपुर। ग्राम पंचायत स्तर पर विकास कार्यों के लिए स्वीकृत राशि का उपयोग नहीं करने और राशि वापस नहीं करने पर कलेक्टर विजय दयाराम के. के मार्गदर्शन में न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी, (राजस्व) बस्तर द्वारा अनुभाग अंतर्गत ग्राम पंचायतों की पंचायत निधि की वसूली प्रकरण में लगातार अनुपस्थित रहने वाले आठ ग्राम पंचायतों के पूर्व सरपंचों और सचिवों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।
आरआरसी प्रकरण के तहत एसडीएम बस्तर एआर राणा द्वारा जारी आदेश में ग्राम पंचायत बाकेल की पूर्व सरपंच पर सुनीता मौर्य पर एक लाख 50 हजार रुपए, पूर्व सरपंच जयत्री बघेल पर 19 लाख 16 हजार 575 रुपए और बाकेल के पूर्व सचिव साधुराम मौर्य पर 19 लाख 16 हजार 575 रुपए वसूली हेतु शेष है। इसी प्रकार ग्राम पंचायत चपका के पूर्व सचिव पनकू राम से अलग-अलग वित्तीय वर्ष के 60 हजार, 83 हजार 200 और 1 लाख 47 हजार 400 रुपए, ग्राम पंचायत बनियागांव के पूर्व सरपंच बालोबाई से 1 लाख 50 हजार और पूर्व सचिव मनबोध बघेल से भी 1 लाख 50 हजार की वसूली की जानी है। ग्राम पंचायत कुम्हली के पूर्व सरपंच टीकम कश्यप से 1 लाख 50 हजार रुपए और पूर्व सचिव राजेश कश्यप से 1 लाख 50 हजार रुपए, ग्राम पंचायत इच्छापुर के पूर्व सरपंच जदूराम कुंजान से 35 हजार रुपए और ग्राम पंचायत रेटावंड के पूर्व सरपंच हरिराम बघेल से 75 हजार रुपए की वसूली शेष है। न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बस्तर द्वारा थाना भानपुरी को उपरोक्त पूर्व सरपंचों को 10 जुलाई की तिथि पर न्यायालय में उपस्थित करवाने के निर्देश दिए गए हैं। नियत तिथि को उपस्थित नहीं होने की स्थिति में इन सरपंच सचिवों को सिविल कारागार भेजने की कार्रवाई की जाएगी।