‘प्रलय आएगा और देखो अंत में वही हुआ’, हाथरस हादसे को लेकर बाबा के सेवादार कर रहे लोगों को भ्रमित
हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ मचने से 121 श्रद्धालुओं की जान चली गई. वहीं कई लोग अब भी चोटिल अवस्था में चिकित्सालय में भर्ती हैं. इस खतरनाक हादसे के बाद भी नारायण साकार हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ के सेवादार सोशल मीडिया पर लोगों को भ्रमित करना जारी रखे हुए हैं. इंस्टाग्राम लाइव में बाबा के सेवादार यह दर्शाने का प्रयास कर रहे हैं कि बाबा ने त्रासदी की भविष्यवाणी की थी. बाबा ने माइक से बोला था कि प्रलय आएगा और देखो अंत में वही हुआ.
सेवादार आगे बोलते हैं कि बाबा इंसान नहीं हैं, बाबा कोई सामान्य प्राणी नहीं हैं, बाबा स्वयं भगवान हैं. एक अन्य सेवादार ने कहा- “मेरे परिवार के सदस्य भी गए थे, लेकिन वे बिना किसी चोट के वापस लौट आए, जो लोग इस त्रासदी में प्रभावित हुए हैं, वे लोग बाबा को नहीं समझते हैं.” ध्यान देने योग्य बात यह है कि ‘भोले बाबा’ के समर्थकों एवं सेवादारों ने उसके संदेश को फैलाने के लिए सोशल मीडिया का बड़े स्तर पर उपयोग किया है. जबकि, बाबा का कोई ऑफिशियल अकाउंट नहीं है. अधिकांश पेज बाबा के सेवादारों द्वारा चलाए जाते हैं, जिनमें से कई युवा लोग हैं.
सेवादारों के अनुसार, नारायण साकार हरि अपने सत्संगों में बोलते थे कि “अगर मुझे आवश्यकता हो तो मैं प्रलय ला सकता हूं. मैं पूरी शक्ति के साथ आया हूं, चीजों को शुरू से शुरू करूंगा, प्रतिज्ञा करता हूं कि मैं अधर्म को समाप्त करूंगा.” बकौल ‘भोले बाबा’- जो लोग मेरे धर्म और मेरे नाम को बेच रहे हैं, मैं उनका पतन सुनिश्चित करूंगा. जो लोग स्वयं को फर्जी भगवान और फर्जी सद्गुरु घोषित कर चुके हैं, मैं उन्हें डरा दूंगा, मैं उनका पतन सुनिश्चित करूंगा. मैंने हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई के बीच की नफरत को समाप्त करने के लिए अवतार लिया है.”
ध्यान हो कि पिछले मंगलवार को हाथरस के फुलरई गांव में प्रवचनकर्ता नारायण हरि साकार उर्फ ‘भोले बाबा’ के कार्यक्रम में लगभग 2 लाख अनुयायी आए हुए थे. प्रातः 8 से दोपहर 1 बजे तक सत्संग चलता रहा. सुरक्षा एवं भीड़ को संभालने का जिम्मा बाबा की प्राइवेट आर्मी यानी सेवादारों पर था. वहीं, जब सत्संग समाप्त होने के पश्चात् बाबा का काफिला सत्संग स्थल से बाहर जा रहा था, तब हुजूम का हुजूम उनकी गाड़ी के पीछे भागने लगा. इसी के चलते भीड़ का ऐसा सैलाब आया कि लोग एक दूसरे के उपर गिरने लगे तथा दम तोड़ने लगे. देखते ही देखते लाशें बिछ गईं. अब तक 121 की मौतों की पुष्टि हुई है.