मुरकीनार में जल जीवन मिशन योजना चढ़ी भ्रस्टाचार की भेंट।
110 नल कनेक्शन लगाने का दावा,धरातल पर दम तोड़ रही योजना।
पीएचई के अधिकारी एवं ठेकेदार जल जीवन मिशन योजना की उड़ा रहे धज्जियां।
बीजापुर-केंद्र सरकार की अति महत्वपूर्ण और महत्वाकांक्षी नल जल योजना के द्वारा हर घर मे नल से जल पंहुचाने का उद्देश्य है।इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए सरकार द्वारा हर गांव में जल जीवन मिशन के माध्यम से पानी की टंकी बनाकर हर घर को नल कनेक्शन से जोड़ने का काम किया जा रहा है।ताकि ग्रामीण महिलाओं को सिर पर मटका रख दूर दराज के कुएं और हैंड पम्पों से पानी ना ढोना पड़े।लेकिन सरकार की इस योजना को भ्रस्टाचार का दीमक लग गया है और जिम्मेदारों ने आँखें बंद कर ली है।इतना सब कुछ हो रहा है विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की सह पर इस भ्रस्टाचार से अधिकारी भली भांति परिचित है,लेकिन सब का अपना अपना हिस्सा तय है।
ग्रामीण क्षेत्रो में नलों से घर मे पानी आने के पहले ही योजना के सरकारी पैसे को पानी की तरह बहाया जा रहा है।जनता तक पानी पंहुचे या ना पंहुचे लेकिन इस भ्रस्टाचार का पैसा ठेकेदार से लेकर अधिकारी तक जरूर पंहुच रहा है।घटिया कार्य कराकर सरकारी नुमाइंदे अपनी पीठ खुद ही थप थपा लेंगे।ठेकेदार द्वारा सरकार द्वारा तय मापदंडों को किनारे कर मन मर्ज़ी से कार्य करना अधिकारियों के साथ मिलीभगत की और इशारा करता है।गुणवत्ता वीहीन सामग्रियों का प्रयोग अधिकारियों का हिस्सा उजागर करता है।क्यों कि भ्रस्टाचार के पैसे से अपनी जेब भरकर यही अधिकारी गुणवत्ता विहीन सामग्री और निर्माण कार्यो को गुणवत्तापूर्ण बता कर मूल्यांकन करेंगे और जनप्रतिनिधियों से उद्दघाटन कराकर बाहबाहि लूटने का काम भी करेंगे।लेकिन इस तरह हो रहे भ्रस्टाचार पर कार्यवाही भी होगी या फिर सरकारी खजाने की लूट खसोट यूँही अपनी रफ्तार से चलती रहेगी।
जिले के 563 गांवों के लिए 361 करोड़ की लागत से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के माध्यम से हर घर नल कनेक्शन देने का कार्य शुरू किया गया।दो साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी आज पर्यन्त तक कार्य अधूरा है।जल जीवन मिशन के तहत बीजापुर जिला के मुरकीनार गांव में लगभग एक साल पहले से “जल जीवन मिशन” का कार्य किया जा रहा है।
मुरकीनार गांव के पटेलपारा,मंझिपारा,स्कूलपारा,नयापारा एवं तलाबपारा में जल जीवन मिशन योजना के तहत कुल 110 नल कनेक्शन लगाए गए है।गांव के ग्रामीणों का कहना है लगभग एक साल से ज्यादा समय बीत गया लेकिन ठेकेदार द्वारा ना पाईप लाईन बिछाया गया है और ना घरों में लगे नल स्टैंड को पाईप से जोड़ा गया है।पाईप को भी खेत के ऊपर ऐसे ही छोड़ दिया गया है।जिससे उन्हें इस योजना का लाभ नही मिल रहा है।
वंही ग्रामीणों का कहना है क्रेडा विभाग के माध्यम से जो सोलर टंकी लगाया जाना है वो भी अधूरा है,सिर्फ स्ट्रक्चर खड़ा कर छोड़ दिया गया है।ना टंकी लगाया गया है और नाही बोर से कनेक्शन जोड़ा गया है।पानी के लिए बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है।अब ग्रामीण भी कहने लगे है “जल जीवन मिशन” भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है।