नौकरीपेशा लोगों को बजट में राहत, अब 3 लाख तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया. इस बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहारी और आंध्र प्रदेश के लिए कई योजनाओं की घोषणा की. इसके साथ ही युवाओं को नौकरी, इंटर्नशिप प्रोग्राम, गरीबों के लिए आवास, महिलाओं और स्टूडेंट्स के लिए भी ऐलान किए गए. इसके साथ ही वित्त मंत्री ने मिडिल क्लास और नौकरीपेशा लोगों को बड़ी राहत दी है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टैक्सपेयर्स के लिए स्टैंडर्ड डिडक्शन की लिमिट को 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 75 हजार रुपये कर दिया है.
न्यू टैक्स स्लैब में किया गया बदलाव
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट में पुरानी टैक्स रिजीम में कई बदलाव किए. इसमें बेसिक एग्जेमप्शन लिमिट में कोई बदलाव नहीं किया गया. साथ ही टैक्स रेट में भी किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ. ऐसे में पुरानी टैक्स रिजीम चुनने वालों को स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़ने से कोई लाभ नहीं मिलने वाला है. क्योंकि वित्त मंत्री ने न्यू टैक्स स्लैब में ही बदलाव किया है.
बता दें कि नौकरीपेशा लोगों को उम्मीद थी कि इस बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आयकर में राहत देने का ऐलान कर सकती हैं. लेकिन वित्त मंत्री ने इसके लिए कोई ऐलान नहीं किया जिससे आयकर दाताओं को झटका लगा है. सरकार ने स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़ाकर और न्यू टैक्स रिजीम में बदवाल किया है. वित्त मंत्री का कहना है कि न्यू टैक्स स्लैब में बदलाव से टैक्सपेयर्स कम से कम 17,500 रुपये की बचत कर सकेंगे.