November 23, 2024

देश में क्यों बढ़ रहा डिजिटल गोल्ड का चलन, इस सर्वे में हुआ खुलासा

भारत जैसे-जैसे डिजिटल इंडिया की ओर आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे भारत में डिजिटल गोल्ड का चलन भी काफी तेजी से बढ़ रहा है. दरअसल डिजिटल गोल्ड में ग्राहकों को मार्डन तरीके से और नए रुप में निवेश करने के चलते यह निवेशको का भरोसा जीतने में कामयाब रहा है. देश के निवेशकों और गैर निवेशकों के बीच नावी की ओर एक सर्वे कराया गया जिसमें पाया गया कि देश में डिजि़टल गोल्ड का चलन काफी तेजी से बढ़ रहा है.

दरअसल इस तेजी के पीछे कई कारण है. नावी की ओर से किए गए सर्वे में डिजिटल सोने में निवेश को बढ़ावा देने वाले प्रमुख कारण बताए गए हैं. आइए जानते हैं. फिजिकल और डिजिटल गोल्ड पर यह स्डटी क्या कहती है.

फिजिकल गोल्ड पर रिटर्न

सबसे पहले बात करते हैं फिजिकल गोल्ड यानी सोने की. बीते कुछ सालों में सोने ने काफी अच्छा रिटर्न दिया है. इस सर्वे में 50 फीसदी लोगों को यह निवेश अच्छा लगता है क्योंकि इसका रिटर्न बेहतर रहा है.

क्यों बेहतर है डिजिटल गोल्ड

डिजिटल गोल्ड पर किए गए सर्वे में जो खास बात सामने आई है. वो है कि इस सोने पर चोरी का कोई खतरा नहीं है. सर्वे में 39% लोगों का मानना है कि घर पर फिजिकल गोल्ड रखने की तुलना में डिजिटल गोल्ड कम जोखिम भरा है – चोरी की कोई चिंता नहीं है. वहीं 36% लोगों ने ‘डिजिटल गोल्ड’ में इसकी शुद्धता के कारण यानी 24 कैरेट शुद्ध सोना खरीदने की क्षमता के कारण निवेश किया है. जबकि 25% लोगों को लगता है कि डिजिटल गोल्ड पेश करने वाले ऐप के माध्यम से किसी भी समय इसे खरीदने, बेचने और किसी भी समय अपने द्वारा किए गए निवेश को ट्रैक करने की सुविधा है.

क्या है नुकसान

डिजिटल गोल्ड के कई फायदे हैं तो कुछ बाधाएं भी है जिसके कारण निवेशक अभी भी इस पर पूरी तरह भरोसा नहीं कर पाते है. नवी की ओऱ से किए गए सर्वे में कुछ बातें सामने आई हैं.

नावी की ओर से किए गए स्डटी के रिजल्ट अधिक वित्तीय साक्षरता बढ़ाने और डिजिटल गोल्ड के लाभ के बारे में आम उपभोक्ताओं की चिंताओं को दूर करने और सवालों के जवाब देने की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हैं. यह व्यापक रूप से फिजिकल गोल्ड को अपनाने को प्रेरित कर सकता है, जिससे कंज्यूमर्स आधुनिक और नए रूप में सोने में निवेश कर उसका लाभ उठा सकेंगे.

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