उत्पादकता एवं सस्टेनेबिलिटी’ में सामंजस्य पर खान समूहों की दो दिवसीय “माइनिंग मीट” का उद्घाटन
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के खनन विभाग के तत्वावधान में सेल की छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड एवं टाटा स्टील लिमिटेड के खान समूहों की दो दिवसीय “माइनिंग मीट” का उद्घाटन 09 अगस्त 2024 को भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ|
अपने उद्बोधन में निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने ‘उत्पादकता एवं सस्टेनेबिलिटी’ में सामंजस्य स्थापित करते हुए खनन बिरादरी को प्रकृति से प्राप्त लौह अयस्कों का वैज्ञानिक पद्धति से दोहन कर, पर्यावरण को संरक्षित करने की आवश्यकता पर बल दिया| साथ ही निदेशक प्रभारी ने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में निम्न श्रेणी लौह अयस्क को उच्च गुणवत्ता वाले लौह अयस्क में प्रसंस्करित कर, उसे इस्पात संयंत्र में गलाने से कार्बन उत्सर्जन में कमी को न केवल संयंत्र अपितु सम्पूर्ण देश हित में बताया।
इस अवसर पर भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन-भिलाई इस्पात संयंत्र) श्री पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक (खदान) श्री बिपिन कुमार गिरी, कार्यपालक निदेशक (खदान-झारखंड खदान समूह) श्री जयदीप दास गुप्ता, कार्यपालक निदेशक (सेल-आरएसपी) श्री अलोक वर्मा, चीफ एंड एजेंट (नोआमुंडी खदान- टाटा स्टील लिमिटेड) श्री डी. विजयेन्द्र तथा कार्यवाहक कार्यपालक निदेशक (रावघाट) श्री अरुण कुमार एवं विभिन्न खदानों के प्रतिनधिगण उपस्थित थे।
विभिन्न खान समूहों से आये हुए प्रतिभागियों ने अपने प्रस्तुतिकरण में इस कार्यशाला के विषय “लौह अयस्क खनन में उत्पादकता एवं सस्टेनेबिलिटी” के महत्व पर प्रकाश डाला व प्रतिभागियों से कार्बन उत्सर्जन में कमी, निम्न श्रेणी लौह अयस्क प्रसंस्करण, हितधारक प्रबन्धन, वैधानिक अनुपालन, माइन क्लोज़र आदि मुद्दों पर चर्चा करने पर बल दिया|
प्रथम दिवस के सत्र के समापन समारोह कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) श्री एस. मुखोपाध्याय व कार्यपालक निदेशक (वित् एवं लेखा) डॉ. अशोक कुमार पंडा तथा कार्यपालक निदेशक (माइंस) बी के गिरी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।
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