स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति मुर्मू का देश के नाम संबोधन
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधिकत किया. उन्होंने देशवासियों को राष्ट्रीय पर्व की शुभकामनाएं देते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि पूरा देश 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारी कर रहा है. मुझे यह देखकर बहुत प्रसन्नता हो रही है. तिरंगा चाहे लाल किले की प्राचीर पर फहराया जाए या फिर हमारे आस-पास, इसे देखकर हमेशा पूरा शरीर उत्साह से भर जाता है.
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देशवासियों को संबोधित किया और कई महत्वपूर्ण संदेश दिए। उनके संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम की वीरता, देश की प्रगति, और नागरिकों की जिम्मेदारियों पर जोर दिया गया। उन्होंने देशवासियों से आह्वान किया कि वे राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बनाए रखें और देश की समृद्धि के लिए मिलकर काम करें।
राष्ट्रपति मुर्मू ने स्वतंत्रता के महत्व को रेखांकित करते हुए उन सभी शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि आज़ादी की यह 77वीं वर्षगांठ हमें आत्ममंथन का अवसर देती है, ताकि हम अपने देश को एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र बना सकें।