ना मैं डरुंगा ना झुकुंगा,बलौदाबाजार कांड में पुलिस को जो बयान लेना है वे मेरे दफ्तार आए-विधायक देवेन्द्र
इस मामले में राज्य सरकार प्रेशर पॉलिटिक्स ना खेले, लोकतंत्र व न्यायालयीन प्रक्रिया पूरी तरह से हो पारदर्शी
भिलाई। भिलाई नगर विस के युवा विधायक देवेन्द्र यादव आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि बलौदाबाजार कांड में फंसे हुए निर्दोष सतनामी समाज के आवाज को लगातार उठाते रहुंगा। पुलिस लगातार मुझे नोटिस भेज रही है। जबकि मेरे द्वारा बलौदाबाजार में जाकर 3 घंटे रुककर बलौदाबाजार कांड के विषय में अपना पूरा बयान दर्ज कराया जा चुका है। उसके बावजूद भी अब तक 6 नोटिस बलौदाबाजार पुलिस मुझे दे चुकी है। पुलिस के द्वारा अगस्त माह में मुझे 3 नोटिस थमाए गए। जिनमें से एक नोटिस जिस दिन मैं कांवड़ यात्रा निकाल रहा था और एक नोटिस में मुझे 15 अगस्त को मिला कि 16 अगस्त को आप बलौदाबाजार बयान देने आए। जबकि मेरे द्वारा बयान दिया जा चुका है। उन्होने कहा कि राज्य सरकार प्रेशर पॉलिटिक्स का खेल ना खेले। निर्दोष सतनामी समाज को डराने का काम ना करें। बलौदाबाजार कांड में युवा सतनामी समाज के जो लोग जेल में बंद है। उन्हे पुलिस के अधिकारी डरा धमका रहे है कि देवेन्द्र यादव के विरुद्ध तुम लोग बयान दे दो, तो हम लोग आप की धाराएं कम कर देंगे और बेल व रिहाई में मदद करेंगे। यह सारी बातें जेल में बंद परिवारजनों ने मुझे आकर बताई है। जो पुलिसवाले इस तरह का कार्य कर रहे है। उनके नाम मेरे पास आ गए है। समय आने पर उनके नाम सार्वजनिक करुंगा। पुलिस बलौदाबाजार हिंसा भड़काने वाले मामले में मेरे विरुद्ध कोई भी तथ्य व प्रमाण स्पष्ट नहीं कर पाई है। सिर्फ और सिर्फ भाजपा के नेता व मंत्री ही अनर्गल बयानबाजी कर मुझे बदनाम कर रहे है। उनके पास मेरा कोई भी भड़काऊ भाषण ऑडियो,वीडियो यदि है तो वे उसे सार्वजनिक करें। प्रदेश के डीजीपी अशोक जुनेजा को कांग्रेसजनों ने बलौदाबाजार हिंसा कांड की निष्पक्ष जांच की शिकायत पत्र सौंपा हुआ है,उसके बाद आज ढाई माह बीत जाने के बाद भी पुलिस जेल में बंद कैदियंों के चालान पेश नहीं कर रही है। न्यायालयीन प्रक्रिया में विलंब हो रहा है, जबकि लोकतंत्र व न्यायालयीन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होनी चाहिए। मैं इस मामले को लेकर कांग्रेसजनों के साथ राज्यपाल से मिलकर अपनी बात रखुंगा कि बलौदाबाजार हिंसा कांड की पूर्णत: निष्पक्ष जांच हो। निर्दोष युवा सतनामी समाज के लोगों को न फंसाया जाए,जो दोषी है राज्य सरकार उसे बचा रही है। मैं इस पूरी मामले की निष्पक्ष जांच की मांग राज्यपाल से करुंगा। छत्तीसगढ़ के इतिहास में बलौदाबाजार हिंसा कांड सबसे कांड है। जो सरकार की प्रशासनिक व्यवस्था को फैलवर बताता है। बलौदाबाजार कांड में ना मैं डरुंगा ना मैं झुकुंगा। पुलिस को जो भी बयान लेना है,वह मेरे भिलाई स्थित दफ्तर में आकर ले सकती है और मेरे द्वारा पहले भी बयान दिया जा चुका है। राज्य सरकार इस मामले में अपना स्पष्ट रुख रखे। दोषियों को बचाए नही और निर्दोषों को सताने का काम बंद करें। उन्होने उदाहरण देते हुए कहा कि खुर्सीपार में मेरा कार्यकर्ता संतोष भारती को बेवजह बलौदाबाजार कांड में जेल में रखा गया है, चूंकि वह कांग्रेस पार्टी का और मेरा कार्यकर्ता है। युवा सतनामी समाज के युवाओं की आवाज मैं लगातार उठाते रहुंगा,जब तक बलौदाबाजारकांड में उन्हें न्याय नहीं मिल जाता।
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