FASTag को करें अलविदा, आया नया सैटेलाइट बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम
पर टोल टैक्स लागू होता है, तो पहले 20 किलोमीटर का सफर मुफ्त रहेगा. यदि यात्रा की दूरी 20 किलोमीटर से अधिक होती है, तो उसके अनुसार टोल शुल्क लिया जाएगा.
FASTag का कार्यप्रणाली
वर्तमान में FASTag सिस्टम RFID टैग्स पर आधारित है, जो ऑटोमेटिक टोल कलेक्शन के लिए उपयोग किया जाता है. यह टैग एक बैंक अकाउंट से जुड़ा होता है, जिसमें बैलेंस मेंटेन करना होता है. जब वाहन FASTag लेन से गुजरता है, तो टोल की राशि सीधे अकाउंट से कट जाती है.
डबल टोल वसूली का नियम
यदि FASTag सिस्टम काम नहीं करता है या ब्लॉक हो जाता है, तो वाहन चालक को टोल प्लाजा पर कैश पेमेंट के रूप में डबल टोल टैक्स देना पड़ता है. इसी तरह, सैटेलाइट बेस्ड सिस्टम में भी एक नियम है: अगर कोई वाहन GPS सुविधा के बिना सिस्टम में आता है, तो उससे दोगुना टोल वसूला जाएगा.