धान की फसल में तनाछेदक और ब्लास्ट के बाद अब माहों का प्रकोप , दवा छिड़काव के बावजूद रोकथाम नही
डाही / धान की फसल में माहों का प्रकोप होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। दवा का छिड़काव करने के बाद भी रोकथाम नहीं हो पा रही है। समय पर बारिश होने से धान की फसल अच्छी है। धान की बालियां निकल आई है। ऐसे समय में अचानक माहों का प्रकोप बढ़ जाने से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। फसलों को माहों चटकर रहे हैं , दवा छिड़काव के बाद भी किसानों को राहत नहीं मिल रही है। डाही के किसान डामन सिन्हा , मोहन साहू , थानू साहू ने बताया कि कुछ दिन पहले फसल अच्छी थी। अच्छे उत्पादन होने की उम्मीद थी। जिस पर माहों ने अब पानी फेर दिया है। डाही , हंकारा , कसही , अंगारा , बोड़रा , बिजनापुरी के खेतों में माहों का प्रकोप होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। किसान कोमल ठाकुर , मनोहर पटेल , तुका सिन्हा सहित अन्य किसानों ने बताया कि धान की फसल शुरू में अच्छा था , लेकिन माहों के कारण फसल के विकास पर फर्क पड़ा है। उत्पादन भी घटना की आशंका है। वही हमारे प्रेस प्रतिनिधि निर्मल पटेल ने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संध्या सोरी से मोबाईल से बात करने पर बताया कि धान की फसल में माहों का प्रकोप होने से इमिडा दवाई डालने का सुझाव दिया।