5 रिटायर इंजीनियर आईटी की रडार में, सम्पत्ति की होगी जांच
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दिल्ली। आय से अधिक सम्पत्ति मामले में फंसे जल निगम के पांच रिटायर इंजीनियरों पर आयकर विभाग भी शिकंजा कसने जा रहा है। इसी कड़ी में आयकर विभाग के अफसर ने विजिलेंस के अधिकारी को पांचों इंजीनियरों की सम्पत्ति का ब्योरा मांगा है। आयकर विभाग ने उनके बैंक खातों, घरों से मिले सम्पत्ति के दस्तावेज और जेवरों की पूरी सूची देने को कहा है। दावा किया जा रहा है कि आयकर विभाग भी इन इंजीनियरों को पूछताछ करने के लिए नोटिस भेजने की कवायद कर रहा है। उधर, पांचों इंजीनियरों के बैंक के लॉकर सोमवार को खंगाले जाएंगे।
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सीएंडडीएस के इन इंजीनियरों के खिलाफ वर्ष 2020 में आय से अधिक सम्पत्ति की शिकायतें शासन को मिली थी। शासन ने 12 जून, 2020 को जांच के आदेश दिए थे। आरोप सही मिलने पर विजिलेंस ने इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इसमें सीएंडडीएस के तत्कानलीन प्रोजेक्ट मैनेजर / सहायक अभियंता राघवेन्द्र गुप्ता, अधीक्षण अभियंता सत्यवीर सिंह चौहान (मु.), मानव संसाधन विकास प्रकोष्ठ में तैनात रहे अधीक्षण अभियंता अजय रस्तोगी,परियोजना प्रबन्ध/सहायक अभियंता कमल खरबंदा और सहायक अभियंता कृष्ण कुमार पटेल के पास घर विजिलेंस ने छापा मारा था।
छापे में इनके घर से अकूत सम्पत्ति के दस्तावेज और जेवर मिले थे। इस कार्रवाई के बाद ही आयकर विभाग ने भी इसका संज्ञान ले लिया। आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक, जल निगम के इन इंजीनियरों के खिलाफ शिकायत करने वाले ने आयकर विभाग के अफसरों से भी सम्पर्क किया था। उस समय आयकर विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। अब विजिलेंस की कार्रवाई के बाद आयकर विभाग ने भी सख्त रैवया अपना लिया है।