भव्य करणी माता मंदिर निर्माण के लिए लिए संकल्प लोरमी
मां करणी भवानी के मंदिर निर्माण को द्रुतगति से आगे बढ़ाने हेतु राजपूत क्षत्रिय समाज का बैठक किया गया। जिसमें जल्द से जल्द मंदिर को बनाने के लिए योजना किया गया।
राजपूत क्षत्रिय समाज की कुलदेवी है जो राजस्थान के बीकानेर के देशनोक में है। इसमें देवी करणी माता की मूर्ति स्थापित है। यह बीकानेर से ३० किलोमीटर दक्षिण दिशा में देशनोक में स्थित है। करणी माता का मन्दिर चूहों का मन्दिर भी कहलाता है। मन्दिर में सफेद चूहे का दर्शन मंगलकारी माना जाता है। इस पवित्र मन्दिर में लगभग 25000 चूहे रहते हैं जिन्हें माता की संतान माना जाता है। इस मंदिर में पैर को ऊपर उठाकर नहीं चला जाता बल्कि पैर को घसीट कर चला जाता है क्योंकि अगर पैर को उठाकर चलेंगे तो उसके नीचे चूहे आकर मर सकते हैं इसे अशुभ माना जाता है। मां करणी को जगदंबा माता का अवतार माना जाता है। सुबह और सायं मंगला आरती के समय चूहा अपने बिलों से बाहर आ जाते हैं।
इस मंदिर के निर्माण कार्य में 30 से 35 लाख का अनुमानित बजट इंजीनियर पाणिग्रही द्वारा लगाया गया है। यह मंदिर छत्तीसगढ़ का प्रथम करणी माता का मंदिर लोरमी में बनना है।