साधु के वस्त्र पहनते हैं, भाषा टेररिस्टों की बोलते हैं : खड़गे
पलामू, । कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा का नाम लेकर उन पर बड़ा जुबानी हमला किया।
झारखंड की छतरपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री खुद को बैकवर्ड का बेटा बताते हैं, लेकिन वह फॉरवर्ड को सपोर्ट करते हैं। वह बैकवर्ड को कुचलने वालों को सपोर्ट करते हैं।”
खड़गे ने योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि वे साधु का ड्रेस पहनते हैं, पर लोगों के बीच आकर ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ जैसी बात बोलते हैं, क्या ये साधु का काम है? ऐसा कोई टेररिस्ट बोल सकता है, साधु नहीं बोल सकते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष यहीं नहीं रुके, उन्होंने योगी को लक्ष्य करते हुए कहा कि क्या उन्होंने गेरुआ वस्त्र प्रधानमंत्री की तरह झूठ बोलने के लिए पहना है? साधु तो करुणामय होते हैं। उन्होंने बहुत के घरों को बुलडोजर लगाकर तोड़ दिया। जब राजीव गांधी को मानव बम से उड़ाया गया तो उनके टुकड़े-टुकड़े हो गए। टुकड़े जोड़कर उनकी अंतिम क्रिया की गई। ऐसा करने वाले लोगों को सोनिया गांधी ने माफ कर दिया। इसे करुणामय कहते हैं।
भाजपा पर विभाजनकारी राजनीति का आरोप मढ़ते हुए खड़गे ने कहा कि ये हमें हिन्दू-मुसलमान में बांटने का काम कर रहे हैं। ‘बंटोगे तो कटोगे’ बोलने वाले खुद ही लोगों को बांट और काट रहे हैं। भाजपा के लोगों ने कुछ किया नहीं, पर देश को डराते फिरते हैं। वो चुनाव के समय हमारे लोगों को ईडी और इनकम टैक्स की रेड से डरा रहे हैं। असम के सीएम ने झारखंड में हमारे कार्यकर्ताओं को धमकी दी। लेकिन, हम डरने वाले नहीं हैं। यहां की जनता जब अंग्रेजों से नहीं डरी, तो इनसे क्या डरेंगे। हमारा स्लोगन एक ही है, ”हम डरेंगे तो मरेंगे, इसलिए हम डरेंगे नहीं।” समाज को बांटने वाले लोग फिर समाज को बांटने में लगे हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी और शाह लोगों को बहुत डराते हैं। शाह को डराने का पावर मोदी जी ने दिया है। उन्हें सहकारिता मंत्रालय भी दिया गया है। क्या और कोई काबिल नहीं है? कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”मोदी जी हमेशा ये कहते हैं कि भगवान ने मुझे आपकी सेवा के लिए भेजा है। वे ये नहीं बोलते कि मैं मां के पेट से पैदा हुआ हूं। वे कहते हैं कि मैं ऊपर से आया हूं। वे गुजरात से आकर वाराणसी में एमपी बने। लोग उनके उसूलों से नफरत करते हैं, इसलिए उनका वोट प्रतिशत घटा है। वे झूठ बोलने में माहिर हैं।”
खड़गे ने आगे कहा, ”पहले चुनाव में उन्होंने काला धन वापस लाकर हरेक व्यक्ति के खाते में 15 लाख देने का वादा किया था। पर ये उनका झूठ था। उन्होंने दो करोड़ नौकरियां हर साल देने का वादा किया था, पर ये भी झूठ है। किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा भी उनका झूठा निकला। वे बेटियों की सुरक्षा की बात करते थे, पर मणिपुर में रोज बेटियों से रेप हो रहे हैं। राहुल गांधी मणिपुर गए, पर वहां जाने की हिम्मत पीएम में क्यों नहीं है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि वे झूठ बोलते हैं। उनकी पोल खुल गई है। इसलिए उनका ग्राफ गिर गया है। इनका झूठ ऐसा है कि अगर आसमान में चील उड़ रहा है, तो ये बोलेंगे कि देखो भैंस उड़ रही है।”
खड़गे ने कहा कि झारखंड विधानसभा ने राज्य में पिछड़ों, एससी और एसटी का आरक्षण बढ़ाने के लिए प्रस्ताव पास कर भेजा है। यह गवर्नर के पास पड़ा है। वे आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों का भला नहीं चाहते। उन्होंने शायराना अंदाज में कहा, “सुना है समंदर को बड़ा गुमान आया है, उधर ही ले चलो कश्ती जिधर तूफ़ान आया है।”