शासकीय महाविद्यालय लवन में विश्व मधुमेह दिवस मनाया गया
( राकी साहू लवन ).शासकीय महाविद्यालय लवन में प्राणी शास्त्र विभाग द्वारा विश्व मधुमेह दिवस का आयोजन किया गया.
प्राचार्य डॉ जय नारायण केशरवानी ने अपने अध्यक्षीय उदबोधन में कहा कि भारत की 70 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या 40 वर्ष से कम उम्र की है और यह देखा जा रहा है कि देश में लाइफ स्टाइल डिसऑर्डर्स में तेजी से वृद्धि हो रही है जिससे युवा वर्ग भी तीव्रता से प्रभावित हो रहा है. भारत में १२ में से एक व्यक्ति मधुमेह से पीड़ित है ऐसे में यह नितांत आवश्यक है कि युवा छात्र छात्राएं प्रारम्भ से ही स्वस्थ जीवन शैली का अनुसरण करें। कम वसा, नमक तथा शर्करा से युक्त संतुलित भोजन ग्रहण करें तथा उचित शारीरिक परिश्रम करते हुए व्यायाम को दिनचर्या का अनिवार्य अंग बनाएं।
प्राणीशास्त्र के सहायक प्राध्यापक अजय मिश्रा ने बताया कि बी.एस.सी द्वितीय वर्ष में अन्तः स्त्रावी ग्रंथियों का अध्यन्न पाठ्यक्रम में सम्मिलित है. विद्यार्थियों को उद्देश्य उन्मुख अधिगम आधारित शिक्षा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से यह आयोजन किया गया. उक्त कार्यक्रम में मधुमेह के प्राथमिक लक्षण, बचाव तथा प्रमुख कारक, नॉन इन्सुलिन डिपेंडेंट तथा इन्सुलिन डिपेंडेंट डायबिटीज मेलिटस के मूल कारणों के संबंध में जानकारी दी गयी. इसके साथ ही छात्र छात्राओं को सामान्य ब्लड शूगर स्तर, हीमोग्लोबिन ए 1 सी परीक्षण, शरीर का आदर्श वजन ज्ञात करने के सुलभ मात्रक, स्थूल दिनचर्या का उपापचय दर पर प्रभाव, कृत्रिम शुगर फ्री पाउडर के दूरगामी दुष्प्रभाव इसका विकल्प स्टीविआ पाउडर तथा प्राकृतिक माध्यम तथा औषधियों से रक्त शर्करा के नियंत्रण के उपाय बताये गए।
कार्यक्रम में सहायक प्राध्यापक लोकनाथ ध्रुव, वाय आर महिलाने, आर के खांडेकर, धनंजय हिरवानी अतिथि व्याख्याता बलराम साहू और विभिन्न संकाय के विद्यार्थी उपस्थित रहे।