विद्रोही गुटों के हमले के बाद अलेप्पो और इदलिब में की गई सैनिकों की अस्थायी तैनाती: सीरियाई आर्मी
दमिश्क, । सीरियाई सेना ने उत्तर-पश्चिमी प्रांतों अलेप्पो और इदलिब में आतंकवादी समूहों के साथ तीव्र संघर्ष के बाद अपने बलों की अस्थायी रूप से फिर से तैनाती की घोषणा की है। सीरियाई रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई है।
बयान में कहा गया कि आतंकवादी समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS) और उसके सहयोगी विद्रोही गुटों ने हाल के दिनों में बड़े पैमाने पर हमला किया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हजारों विदेशी लड़ाकों, भारी हथियारों और बड़ी संख्या में ड्रोनों के साथ किए गए इस हमले में 100 किलोमीटर से ज्यादा के क्षेत्र में कई मोर्चों को निशाना बनाया गया।
बयान के अनुसार, लड़ाई में दर्जनों सीरियाई सैनिक मारे गए और कुछ अन्य घायल हुए।
मंत्रालय ने कहा कि आतंकवादी ग्रुप्स अलेप्पो के बड़े इलाकों में घुस गए थे, लेकिन उन्हें गढ़ बनाने से रोक दिया गया।
सीरियाई सेना ने कहा कि वह आतंकवादियों की भारी संख्या और कई मोर्चों पर उनके हमलों का सामना कर रही है। इसे देखते हुए डिफेंसिव लाइन को मजबूत करने, नागरिकों और सैनिकों की सुरक्षा करने और जवाबी हमले की तैयारी के लिए बलों की फिर से तैनाती की गई है।
मंत्रालय ने जोर देकर कहा, “यह उपाय अस्थायी है। सशस्त्र बल उग्रवादियों को खदेड़ने, शहर और उसके आस-पास के इलाकों पर फिर से पूर्ण नियंत्रण के लिए ऑपरेशन जारी रखेंगे।”
बुधवार को, अलेप्पो प्रांत के पश्चिमी ग्रामीण इलाकों में विद्रोहियों ने हमला किया। यह 2016 के बाद पहला बड़ा हमला था। इस हमले में विद्रोही समूहों का एक गठबंधन शामिल था, मुख्य रूप से एचटीएस।
शुक्रवार को विद्रोहियों ने अलेप्पो (सीरिया का एक प्रमुख शहर) के कुछ हिस्सों पर सफलतापूर्वक धावा बोला, जबकि 2016 में उन्हें शहर से खदेड़ दिया गया था।
जवाब में, रूस और ईरान के समर्थन से सीरियाई सरकार ने विद्रोहियों की बढ़त का मुकाबला करने के लिए हवाई हमले और ग्राउंड ऑपरेशन शुरू किए।
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स का अनुमान है कि हमले की शुरुआत से लेकर अब तक 270 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें आम नागरिक भी शामिल हैं।