December 23, 2024

नेहरू पुरस्कार वितरण समारोह-2024 सम्पन्न: बीएसपी के 572 कार्मिक एवं अधिकारी हुए सम्मानित

नेहरू पुरस्कार वितरण समारोह-2024 सम्पन्न: बीएसपी के 572 कार्मिक एवं अधिकारी हुए सम्मानित
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा आयोजित “नेहरू पुरस्कार वितरण समारोह-2024” 23 दिसंबर 2024 को नेहरु सांस्कृतिक सदन, सेक्टर-1, भिलाई में संपन्न हुआ। इस वर्ष कुल 572 पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को सम्मानित किया गया, जिसमें 33 अधिकारियों को जवाहर पुरस्कार, 65 कार्मिकों को नेहरू पुरस्कार और 62 समूहों में 474 कर्मचारियों को जवाहरलाल नेहरू समूह पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस प्रकार कुल 572 कर्मचारियों को संयंत्र की उपलब्धियों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए नेहरू पुरस्कार-2024 से सम्मानित किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि, निदेशक प्रभारी (सेल-बीएसपी) श्री अनिर्बान दासगुप्ता और संयंत्र के सभी कार्यपालक निदेशकों ने पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया। यह गौरवशाली नेहरू पुरस्कार संयंत्र के कर्मचारियों के उत्कृष्ट और सराहनीय कार्यों की प्रशंसा एवं उनके उत्साहवर्धन हेतु प्रदान किया जाता है।
इस समारोह के मुख्य अतिथि, निदेशक प्रभारी (सेल-बीएसपी) श्री अनिर्बान दासगुप्ता थे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में संयंत्र के कार्यपालक निदेशक प्रभारी (वर्क्स) श्री अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) श्री एस मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) श्री अजय कुमार चक्रबर्ती, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ अशोक कुमार पंडा, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) श्री पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक (माइंस) श्री बी के गिरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांयें) डॉ एम रविन्द्रनाथ, कार्यपालक निदेशक (प्रचालन) श्री राकेश कुमार, कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (रावघाट) श्री अरुण कुमार उपस्थित थे। साथ ही इस समारोह में संयंत्र के विभिन्न विभागों के महाप्रबंधकगण, विभागाध्यक्ष, ऑफिसर्स एसोशियेशन के अध्यक्ष एवं सेफी के चेयरमैन श्री एन के बंछोर, महासचिव (ओए) श्री परविंदर सिंह, कोषाध्यक्ष (ओए) श्री अंकुर मिश्रा, अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण, श्रमिक संगठन, विभिन्न एसोसिएशन के पदाधिकरिगण, पुरस्कार विजेता और उनके परिवार के सदस्यगण उपस्थित थे।
संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने कर्मचारियों की असाधारण मेहनत और योगदान के लिए आभार व्यक्त किया और सभी पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को बधाई दी। उन्होंने कर्मचारियों के उत्कृष्ट योगदान और नवाचार विचारों को सराहा। उन्होंने सम्मान प्राप्त कर्मचारियों से कहा कि इसमें प्राप्त राशि नहीं बल्कि सम्मान सबको प्रेरित करती है, और यही हम भी चाहते हैं कि इस सम्मान से आपने जो उदहारण प्रस्तुत किया है, इससे संयंत्र के अन्य कर्मचारियों को भी प्रेरणा मिले। उन्होंने कहा, मैं हमारे विजेताओं और उनके परिवारों को बहुत सारी बधाइयां देता हूँ क्योंकि बिना परिवार के सहयोग के यह संभव नहीं है। मैं आशा करता हूँ कि हम आगे भी अपने संयंत्र को और प्रगति की ओर ले जाएंगे। निदेशक प्रभारी ने सारगर्भित तरीके से कर्मचारियों की मेहनत और समर्पण की सराहना की।
श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने आगामी वर्ष में दो दिशा में कार्य करने के लिए लिए विशेष जोर दिया। पहला क्षेत्र कार्बन डाइऑक्साइड रिडक्शन, जिसमे इस्पात मंत्रालय द्वारा निर्धारित कार्बन डाइऑक्साइड के एमिशन का लक्ष्य को प्राप्त करना है। यह लक्ष्य काफी चुनौतीपूर्ण है, पर हमें भरोसा है कि हम सभी मिलाकर इस दिशा में कार्य करके जरूर हमें सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा मैं अपील करता हूँ जो हमारे विजेता है या जो हमारी टीम है पूरी प्लांट और माइंस की सब की इस दिशा में काम करें और जो भी प्रोजेक्ट है, इम्प्रूवमेंट है उनको जल्द से जल्द है पूरा करें। दूसरा क्षेत्र है कॉस्ट प्रोडक्शन में कमी लाना, यह बहुत ही ध्यान देने योग्य है कि वर्तमान में मार्केट का जो हाल है उसमें प्रतिस्पर्धा बढती जा रही है। हमें अपने आपको इतना मजबूत कर लेना है और अपने कॉस्ट ऑफ प्रोडक्शन को इतना कॉम्पिटिटिव कर लेना है कि वर्ल्ड में सबसे कॉम्पिटिटिव स्टील हम बनाएं और हमारे देश में हमारा कॉस्ट ऑफ प्रोडक्शन, हमारा कॉम्पिटिशन इतना हो कि कोई हमारे सामने कोई खड़ा ना रह सके। उन्होंने कहा आप इन दोनों दिशाओं में काम कीजिए।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य महाप्रबंधक (कार्मिक) संदीप माथुर ने मंचस्थ अतिथियों, पुरस्कार विजेताओं एवं समारोह में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए, उनका स्वागत किया एवं नेहरू पुरस्कार वितरण समारोह 2024 का समग्र विवरण दिया। उन्होंने सभी विजेताओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा, कि आगे भी आप सबके समुचित प्रयास से संयंत्र उत्तोरोत्तर प्रगति की ओर अग्रसित हों और निष्पादन के समग्र क्षेत्रों में हम श्रेष्ठ प्रदर्शन करें।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के अभिनन्दन के लिए स्वागत गीत से किया गया। समारोह का संचालन महाप्रबंधक (एचआर- नॉन वर्क्स एंड माइनस) श्री जे एन ठाकुर (मास्टर ऑफ सेरेमनी) तथा महाप्रबंधक (एचआर-मेडिकल, नॉन वर्क्स) श्रीमती आर रंजानी (मास्टर ऑफ सेरेमनी) द्वारा किया गया। सम्मान प्राप्त कर्मचारियों के कार्यों का विवरण और उनके प्रशस्ति पत्र की उद्घोषणा वरिष्ठ प्रबंधक (एचआर-एचआरआईएस) श्रीमती निशा बाउल (साइटेशन रीडर्स) वरिष्ठ प्रबंधक (एचआर-एमपीएस और रिक्रूटमेंट) श्रीमती अनुराधा साहा (साइटेशन रीडर्स) द्वारा किया गया। समारोह का धन्यवाद ज्ञापन महाप्रबंधक (एचआर-स्ट्रेटेजिक एचआर) श्री एच शेखर द्वारा दिया गया।
इस वर्ष के नेहरू पुरस्कार से सम्मानित कर्मचारियों के लिए नेहरू सांस्कृतिक भवन में एक सेल्फी स्टैंड भी लगाया गया है। नेहरू पुरस्कार से सम्मानित कर्मचारियों ने उत्पादन, रखरखाव, सेवाओं, गुणवत्ता, कर्मचारी संबंधों, सुरक्षा, और स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सुधार और प्रशंसनीय कार्य किए हैं।
उल्लेखनीय है कि भिलाई इस्पात बिरादरी के लिए यह एक महत्वपूर्ण दिन होता है, जब उनके कर्मचारी कठिन कार्यों को सफल तरीके से संपन्न करके संयंत्र की प्रगति में अपना अमूल्य योगदान देने के लिए सम्मानित होते हैं। यह पुरस्कार 3 श्रेणियों में प्रदान किया जाता है। जवाहर अवार्ड की श्रेणी में अधिकारियों को उनके व्यक्तिगत योगदान के लिए 8,000 रुपये और प्रशस्ति पत्र। नेहरू अवार्ड की श्रेणी में कार्मिकों को उनके व्यक्तिगत योगदान के लिए 6,000 रुपये और प्रशस्ति पत्र तथा जवाहरलाल नेहरू समूह पुरस्कार की श्रेणी में कर्मचारियों और अधिकारियों की टीम को उनके सामूहिक योगदान के लिए 10,000 रुपये प्रति समूह या 2,000 रुपये प्रति सदस्य (जो भी अधिक हो) और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार योजना भिलाई इस्पात संयंत्र की सबसे पुरानी और ऐतिहासिक योजनाओं में से एक है। यह पुरस्कार संयंत्र की उपलब्धियों में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले सभी कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए गर्व का प्रतीक है। नेहरू पुरस्कार योजना की शुरुआत 1963 में हुई थी, और इसे 14 नवम्बर को ‘मेटालार्जिस्ट डे’ के रूप में मनाया जाता था। कुछ वर्षों तक यह पुरस्कार 4 फरवरी को, पहले ब्लास्ट फर्नेस की कमीशनिंग की वर्षगांठ पर दिया जाता था। बाद में यह योजना कुछ वर्षों के लिए स्थगित कर दी गई थी। 1991 में, यह योजना भिलाई इस्पात संयंत्र में पुनः शुरू की गई थी, और तब से जिसे कंपनी के संशोधित दिशा-निर्देशों के अनुसार यह प्रत्येक वर्ष कर्मचारियों के उत्कृष्ट योगदान को सम्मान देने के रूप में जारी है।
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