निगम में विकास कार्यों के नाम पर शेड निर्माण, पेवर ब्लॉक व गार्डनों का रख रखाव का ही काम हो रहा है शहर की साफ सफाई व साफ पेयजल व्यवस्था करने में नाकाम हैं निगम प्रशासन – मनीष पाण्डेय
निगम में विकास कार्यों के नाम पर शेड निर्माण, पेवर ब्लॉक व गार्डनों का रख रखाव का ही काम हो रहा है शहर की साफ सफाई व साफ पेयजल व्यवस्था करने में नाकाम हैं निगम प्रशासन – मनीष पाण्डेय
० 17 प्रतिशत कमीशन देने वाले को मिल रहा है पेंमेट कर्मचारियों को वेतन के लाले
भिलाई। कैंप क्षेत्र में डायरिया से दो मौतों के बाद निगम प्रशासन की चौतरफा आलोचना हो रही है। कर्मचारियों का वेतन नहीं होने पर पहले से निगम की किरकिरी हो रही है उस पर डायरिया से हुई दो मौतों ने निगम प्रशासन कार्यशैली पर बड़ा धब्बा लगा लग गया है। गुरुवार को श्रीराम जन्मोत्सव समिति के युवा विंग अध्यक्ष मनीष पाण्डेय समिति के अन्य पदाधिकारियों व सदस्यों के साथ सुपेला शास्त्री अस्पताल में डायरिया के मरीजों से मिलने पहुंचे। इस दौरान मरीजों का हालाचाल जाना और उसके बाद निगम प्रशासन पर जमकर भड़ास निकाली।
युवा नेता मनीष पाण्डेय ने कहा कि निगम के जिम्मेदार शहर में चल रहे विकास कार्यों के नाम पर शेड निर्माण, पेवर ब्लॉक व गार्डनों का रख रखाव का ही काम कर रहे हैं। लोगों की मूलभूत सुविधाओं पर उनका कोई ध्यान नहीं है। डायरिया से जो लोग मर रहे हैं और शहर की सफाई व्यवस्था बद से बदहाल है। मनीष पाण्डेय ने आगे कहा कि निगम के पास अपने कर्मचारियों को आज की तारीख में वेतन देने के लिए भी पैसे नहीं है। कर्मचारी अधिकारी सड़कों पर हैं। अपने हक की लड़ाई के लिए लड़ रहे है। मनीष पाण्डेय ने ये भी अरोप लगाया कि निगम में पेमेंट केवल उन्हीं को मिल रहा है जो 17 प्रतिशत कमीशन दे रहे हैं। मेहनत करने वाले कर्मचारियों के लिए वेतन के भी लाले पड़ गए हैं।
युवा नेता मनीष पाण्डेय ने यह भी कहा कि महापौर व निगम प्रशासन यह मान ले कि भिलाई नगर निगम अब दिवालिया हो गया है तो हम उन्हें फंड का कलेक्शन करके देेंगे। श्रीराम जन्मोत्सव समिति फंड कलेक्ट कर लोगों की स्वास्थ्य सुविधाओं पर उन मरीजों पर खर्च करेगी। उन्होंने कहा कि लगातार नगर निगम की नाकामी को शहर की जनता देख रही है। शहर वासियों को साफ पानी नहीं मिल रहा। शहर की सफाई नहीं हो रही और सड़को जैसी मूलभूत सुविधाएं भी लोगों को गड्डे के रूप में मिल रही है। ऐसे निगम के जिम्मेदारों को पूरा प्रबंधन जनता के हवाले अब कर देना चाहिए।