गुरु घासीदास जयंती मेला मंड़ाई में शामिल हुए विजय बघेल
गुरु घासीदास जयंती के उपलक्ष में सतनाम सेवा समिति द्वारा मेला मंड़ाई का आयोजन संजय नगर सुपेला भिलाई में किया गया मुख्य अतिथि विजय बघेल सांसद दुर्ग लोकसभा ,विशिष्ट अतिथि भोज राज सिन्हा, हरिओम तिवारी ,समिति अध्यक्ष श्रीमती मिलवतीन टंडन ,मुरली बघेल ,रवि शंकर कुर्रे, राजा बंजारे ,चंपा बाई कुर्रे, गरिमा दास कुर्रे ,वीरेंद्र कुर्रे, रुक्मिणी प्रेमलाल ,महेश्वरी गोपाल टंडन, पप्पू जोशी ,अर्जुन मंच संचालन मुरली देवांगन ,ने किया विजय बघेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि बाबा जी का जन्म छत्तीसगढ़ की पावन भूमि गिरोधपुरी में हुआ महामानव ने एक जुट हो कर मनखे मनखे एक समान का पाठ पढ़ाया एक दूसरे के प्रति हिंसा देह को छोड़कर छुआ छूत की भावना को छोड़कर ईश्वर ही सत्य है सत्य ही ईश्वर ऐसे ही बाबा की देन है हम सब मानव मानव है 18 दिसंबर से 31 दिसंबर तक पुरे विश्व के कोने कोने में बाबा को मानने वाले अनुयाई हैं बड़े ही हर्षोल्लास के साथ में मेला मंड़ाई के रूप में बाबा जी को हम अपने दिल में बसा कर मना रहे हैं आज से ढाई सौ साल पहले कितनी विकराल समस्या रही होगी कारण क्या है भगवान ने तो सबको एक समान दुनिया में भेजा है सबका खून लाल है सबके कान नाक एक समान है इसके पीछे के कारण क्या है देह के भाव हिंसा के भाव वे दबे कुचलें लोग हमेशा दबे रहे और हम अपना शासन इनपे चलते रहे ऐसे समय के काल में ये बात को अपने मन में पीड़ा को लिए हुए संत का रुप लिए बाबा ने साधना किए और शक्ति अर्जित किया और सत्य का मार्ग हम सब को दिखाया इसी सत्य को जगह जगह फैलाते हुए तब जाकर जाग्रति आई समाज समाज एक हुआ सबके ईश्वर एक है सफेद रंग के वस्त्र सफेद रंग के जैतखंभ सफेद तिलक बाबा जी के कहना है सफेद रंग के जैसे हमारा चरित्र हम उज्वल रहे हमारे अंदर कोई दाग़ न रहे सफेद रंग पर कोई छींटा पड़ जाएं तो बदला जा सकता है वैसे ही हमारे चरित्र पर कोई दाग़ न रहे ऐसे ही सादगी जीवन सोमयता भरा जीवन ये कुछ तिज त्योहार नहीं है ये त्यौहार के रूप में संदेश है त्योहार के रूप में बाबा जी के आदर्श को ग्रहण करने का सामुहिक रूप से प्रयास है इस अवसर पर समाज के अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे