उद्योगों में उपयोगी डीजल में वेट कम होने से टेंकर आनर्स को मिली राहत
टेंकर आनर्स एसोसिएशन के महासचिव हेमंत सोनी ने मुख्यमंत्री का माना आभार
भिलाई / छत्तीसगढ़ सरकार ने महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए उद्योगों में उपयोग होने वाले डीजल का वेट कम कर दिया है। इससे स्थानीय टेंकर आनर्स को राहत मिली है। सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हुए छत्तीसगढ़ टेंकर आनर्स एसोसिएशन के महासचिव हेमंत कुमार सोनी ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त किया है।
छत्तीसगढ़ में उद्योगों को आपूर्ति किए जाने वाले डीजल में अन्य प्रदेशों के मुकाबले अधिक वेट 23 प्रतिशत होने से उद्योगपतियों द्वारा उत्तर प्रदेश के मुगलसराय से डीजल मंगाया जा रहा था। जिससे स्थानीय टेंकर व्यवसायियों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया था। छत्तीसगढ़ टेंकर आनर्स एसोसिएशन के महासचिव हेमंत कुमार सोनी ने बताया कि उद्योगों में उपयोगी डीजल छत्तीसगढ़ में 23 प्रतिशत वेट पर मिल रहा था। जबकि उत्तर प्रदेश में इसमें 17 प्रतिशत वेट लिया जाता है। वेट में इतना ज्यादा अंतर होने से छत्तीसगढ़ के उद्योगपति अपने उपयोग के लिए उत्तर प्रदेश के मुगलसराय से डीजल मंगा रहे थे। इस वजह से छत्तीसगढ़ के टेंकर व्यवसायियों का रोजगार प्रभावित हो रहा था। तीनों प्रमुख पेट्रोलियम कंपनियों से प्रतिदिन लगभग सौ टेंकर डीजल उत्तर प्रदेश से छत्तीसगढ़ आ रहा था। इससे यहां के टेंकर व्यवसायियों के सामने पलायन करने की नौबत खड़ी हो गई थी। छत्तीसगढ़ टेंकर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की ओर इस मामले में ध्यानाकर्षण कराया। जिसके बाद राज्य सरकार ने निर्णय लेते हुए 1 जनवरी से छत्तीसगढ़ में भी उद्योगों को आपूर्ति किए जाने वाले डीजल में वेट उत्तर प्रदेश की तरह 17 प्रतिशत कर दिया है।