छत्तीसगढ़ रविदास समाज दुर्ग भिलाई की बैठक सुपेला इंडियन कॉफी हाऊस में रखी गई थी।
दुर्ग भिलाई। बैठक में मुख्य रूप से प्रकाश मोहबिया, मांहगीराम निराला बालाराम कोलते ,दीपक भोंडेकर ,दीनानाथ प्रसाद कैलाश मोहबिया, दासाराम पचधारे, जाकेश तिलांते प्रमुख्य रूप से उपस्थित हुए ।
उक्त बैठक में आगामी फरवरी माह में संत शिरोमणि बाबा रविदास जी की जयंती पर मनाने पर चर्चा की गई। बैठक में उपस्थित समाज के प्रबुद्धजनों ने बारी बारी से अपने विचार रखे। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि छत्तीसगढ़ के सभी जिलों के रविदास समाज के लोग इस वर्ष एक जुट होकर संत शिरोमणि बाबा रविदास जी की जयंती मनाए।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में रविदास समाज के अनुयायियों की संख्या लगभग 20,21 लाख के करीब है। अलग अलग सामाजिक कार्यक्रमों से समाज में एक जुटता की कमी सामाजिक जनों द्वारा महसूस की जा रही थी। संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती ही एक ऐसा अवसर है कि जहां सभी उपस्थित हो सकते हैं। चूंकि सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में अलग अलग जिलों और ब्लाकों में बाबा रविदास जी की जयंती का आयोजन किया जाता है। जयंती तो मनाई जाती है पर समाज के एक विशाल समूह को एक दूसरे से मेल जोल का अवसर नहीं मिल पाता है।
बैठक में उपस्थित सभी लोगों ने एक राय होकर यह निर्णय लिया है कि इस वर्ष दुर्ग भिलाई में बाबा रविदास जी की जयंती का आयोजन किया जाएगा जिसमें पूरे प्रदेश भर से रविदास समाज के अनुयायि उपस्थित रहेंगे। बैठक में जयंती पर उपस्थित होने वाले लोगों के लिए भोजन सहित आम भंडारा का आयोजन भी किए जाना तय किया गया है।
बैठक में उपस्थित रविदास समाज के अनुयायियों ने बताया कि
गुरु रविदास जी की जयंती माघ महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। यह गुरु रविदास की याद में मनाया जाना है,
संत शिरोमणि बाबा रविदास जी का जन्म 1388 ईसवीं में उत्तर प्रदेश के शिर गोवर्धनपुर वाराणसी में हुआ था। वे कवि-संत, सुधारवादी और आध्यात्मिक व्यक्ति बन गए गुरु रविदास जन्म स्थान मंदिर में – आद-धर्मियों, रामदासियों, सिखों, रविदास जी के अनुयायियों व रविदासिया धर्म के अनुयायियों के लिए तीर्थयात्रा या आध्यात्मिक मुख्यालय का प्रमुख स्थान हैं, जन्म उत्सव मनाने के लिए काफी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं।
बैठक आदरणीय प्रकाश महोबिया जी, महंगी राम निराला जी, दीपक भोंडेकर जी, बालाराम कोलते जी, कैलाश महोबिया, जाकेश तिलनते, दीनानाथ प्रसादजी, दसाराम जी , मंजू जी , कमल जी, राम भुवान राम, कोमल प्रसाद रमेश चौधरी, डॉक्टर पी.स. भारती ,विजय मालपुरे दिनेश चौरे ,धर्मेंद्र कुमार छिपेकर ,अनिल मराठे,दीपक कुमार, शिवचरण तिलंते ,रविंद्र चौरे नेत्रपाल, रवि, पुरुषोत्तम मंगोरे, दिनेश चौरे एंव समस्त सैकड़ों सामाजिक बंधु प्रमुख रूप से उपस्थित हुए।