पंजाब के मशहूर सिंगर रंजीत बावा ने भिलाई पहुंचकर बांधा शमां
पंजाब के मशहूर सिंगर रंजीत बावा ने भिलाई पहुंचकर बांधा शमां
कलाकार समाज का शीशा होता है- रंजीत बावा
गन कल्चर, नशा और फूहड़ता पर नहीं होना चाहिए म्यूजिक
सीएम भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य भी हुए कार्यक्रम में शामिल
भिलाई। छत्तीसगढ़ अंचल के बड़े ट्रांसपोर्टर एवं सोम लॉजिस्टिक के संचालक
मलकीत सिंग(लल्लू भैय्या) के पुत्र सोम के रिंग सेरेमनी का कार्यक्रम 28
दिसंबर को एक नीजि होटल भिलाई में रखा गया था। जिसमें पंजाब के मशहूर
सिंगर(फोक गायक)रंजीत सिंग बावा ने अपनी टीम के साथ इस कार्यक्रम में
शामिल होकर चार चांद लगा दिए और महफिल में शामिल सभी लोगों को थिरकने पर
मजबूर कर दिया। मशहूर गायक बावा के द्वारा स्टेज पर अनेकों पंजाबी गीत
गाकर उपस्थित जनों का मन मोह लिया। श्री बावा ने कुछ समय मीडिया से चर्चा
करते हुए कहा कि वे मोहाली पंजाब के रहने वाले है। पिछले छ: वर्षो से
गायन के क्षेत्र में कदम रख चुके है। उनके उस्ताद मंगल सिंग से उन्होने
यह शिक्षा ग्रहण की। उस्ताद अब इस दुनिया में नहीं है। छत्तीसगढ़ आकर मुझे
बहुत अच्छा लग रहा है। छत्तीसगढ़ का भिलाई मिनी इंडिया के नाम से
जाना-पहचाना जाता है। इस कार्यक्रम में मिनी पंजाब की झलक देखने को मिल
रही है। हम कोई काम शुरु करते है उसमें यह देखना होता है कि हम म्यूजिक
को कैसे गा रहे है और उसे कैसे सुना रहे हो। कलाकार को हमेशा अच्छा
म्यूजिक देना चाहिए। गन कल्चर, नशा व फूहड़ता पर म्यूजिक नहीं देना चाहिए।
उनका मानना है कि म्यूजिक हमेशा कल्चर व समाज आधारित होना चाहिए। ताकि
शांति मिले। फोक कल्चर को प्रजेंट करना है। समाज को भला हो सकें। ऐसा
म्यूजिक गाना चाहिए और वर्तमान में सच गाए। क्राइम खाली पंजाब में ही
नहीं है पूरे दुनिया में क्राइम का बोलबाला है। पंजाब सरकार कैसा काम कर
रही है के प्रश्न पर उन्होने कहा कि सरकार का काम वे बखूबी कर रही है।
पंजाब के मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की मौत को उन्होने बड़ी क्षति बताया
और सिद्धू मूसेवाला के मौत पर सबसे बड़ा दुख उसके मां-बाप को हुआ है। उसे
पूरा नहीं किया जा सकता। कलाकार हो या कोई भी हो उसे जीवन में स्ट्रगल
करना चाहिए और वह अच्छा होना चाहिए। उससे किसी भी क्षेत्र में पकड़ मजबूत
होती है। हमें अपने पिछोकड़ (गांव) को कभी नहीं भूलना चाहिए। वाईस ऑफ
पंजाब टीवी चैनल में मैने काम किया अब टीवी शो अब इतना मायने रखते है अब
तो सब मोबाइल पर और यू-ट्यूब पर दिख रहा है। चाहे आप सड़क पर या गांव में
रहकर गाना क्यों ना गा रहे हो। लाईफ में सिर्फ हमें काम को प्राथमिकता
देना है और काम करों। मां-बाप की सभी को बहुत ईज्जत करनी चाहिए। समाज की
सेवा करों। फोक सांग बिकती है। कलाकार समाज का शीशा होता है।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों में प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के पुत्र
चैतन्य बघेल, ट्रांसपोर्टर अचल सिंग भाटिया, एचटीसी के युवा डायरेक्टर
इंद्रजीत सिंग छोटू, गाबू, भास्कर मुदलियार, गोकुल शर्मा, सतबीर सिंग
सोनू, पार्षद लक्ष्मीपति राजू, पार्षद आदित्य सिंग, एनएसयूआई प्रदेश
महासचिव सुमीत पवार, फरहाज खान, अफरोज खान, गोपाल खंडेलवाल, प्रभुनाथ
मिश्रा, समाजसेवी अनिल सिंग, ट्रांसपोर्टर बिल्लू, पॉली, पंकज
सेठी,यूपीएस चौहान(एडीशनल एसपी), थानेदार हेमशंकर नायक, के.के. कुशवाहा
सहित बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य जन ने पहुंचकर इस कार्यक्रम में
मलकित के पुत्र को आर्शीवाद दिया।