केवल 25 फीसद काम कर रहा था दिल, हाइटेक में हुई बड़ी सर्जरी

भिलाई। हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल में एक ऐसे मरीज की यूरोसर्जरी की गई जिनका हृदय केवल 25 फीसद काम कर रहा था. मरीज ब्लड थिनर पर था जिसके कारण सर्जरी में रक्तस्राव का जोखिम भी अधिक था. उनके मूत्राशय में एक बड़ी सी पथरी थी जिसके कारण रक्तचाप बढ़ रहा था. मरीज की रिकार्ड समय में सर्जरी कर दी गई और अब वह पूरी तरह स्थिर और सामान्य है.
यूरोलॉजिस्ट एवं ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ नवीन वैष्णव ने बताया कि 65 वर्षीय इस पुरुष को लंबे समय से दिल की बीमारी थी. इसके कारण उन्हें खून पतला करने की दवाइयां भी दी जा रही थी. उनकी प्रोस्टेट ग्रंथी भी बढ़ी हुई थी. ऐसे में मूत्राशय की पथरी और उससे उठने वाला दर्द मरीज के दिल पर अतिरिक बोझ डाल रहा था. पेशाब शरीर में रुकने के कारण किडनी और दिल पर भी दबाव बढ़ रहा था. पर चुनौती यह थी कि ऐसे मरीज की सर्जरी कैसे की जाए.
डॉ वैष्णव ने बताया कि दूरबीन पद्धति से सर्जरी करने पर समय ज्यादा लगता है इसलिए हमने इसे ओपन करने का निर्णय लिया. रक्तस्राव को न्यूनतम रखने के लिए केवल 2 इंच का कट लगाया. सर्जरी की टाइमिंग को कम रखने की भी कोशिश की गई ताकि ज्यादा देर तक उसे बेहोश न रखना पड़े. सर्जरी 30 मिनट से भी कम समय में पूरी कर ली गई. निकाली गई पथरी का आकार लगभग 4 सेन्टीमीटर का था.
सर्जरी के बाद अब मरीज के वाइटल्स स्टेबल हैं. वह पूरी तरह सुरक्षित है और जल्द ही उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी. ऐसे मरीजों में, जिनमें कई समस्याएं एक साथ होती हैं, उनकी सर्जरी की प्लानिंग और एक्जीक्यूश में काफी सावधानी बरतनी पड़ती है. इसलिए मरीज को कार्डियोलॉजिस्ट डॉ असलम खान को रिफर किया गया. उनकी हरी झंडी के बाद ही रिकार्ड कम समय में सर्जरी की गई.