November 17, 2024

सुझाव एवं संशोधन के साथ दुर्ग निगम में लाभ का बजट सर्वसम्मति से पारित… शोर-शराबे के बीच महापौर धीरज बाकलीवाल ने पेश किया  बजट

बुधवार 12 बजे तक के लिए सदन स्थगित
जनकल्याणकारी बजट से जनता की पूरी होगी उम्मीद-महापौर, सत्तापक्ष को घेरने विपक्ष का रहा प्रयास
दुर्ग। नगर पालिका निगम दुर्ग के सामान्य सभा की बजट बैठक में मंगलवार को महापौर धीरज बाकलीवाल ने निगम के सत्र 2023-24 का बजट सदन में पेश किया। बजट को महापौर ने जनकल्याणकारी बजट बताते हुए कहा कि यह बजट विकास की गतिशीलता, खुशहाली, समृद्धि, जनता की तरक्की, उम्मीदों, अपेक्षाओं, विश्वास और अकांक्षाओं को पूरा करने वाला बजट है। बजट को निगम परिषद् व जनता से सुझाव लेकर तैयार किया गया। निश्चित ही यह बजट आगामी समय में शहर में विकास की नई गाथा तय करेगी। इस बजट में आगामी वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए समस्त स्त्रोतों एवं ऋण अनुदान से प्राप्ति क रूप में 3 अरब 84 करोड़ 39 लाख 70 हजार का प्रावधान किया गया है तथा प्रारंभिक शेष 81 करोड़ 55 लाख 73 हजार, इस प्रकार कुल आय 4 अरब 65 करोड़ 95 लाख 43 हजार रू दर्शाया गया है । व्यय शीर्ष में विभिन्न मदों में 3 अरब 84 करोड़ 26 लाख 35 हजार रू. एवं अंतिम शेष 81 करोड़ 69 लाख 08 हजार का प्रावधान किया गया है। इस प्रकार आगामी वर्ष 2023-24 के लिए करोड़, वार्ड क्र. 20 एवं 50 में सीवर लाईन हेतु 96.50 लाख, विद्युतिकरण के अंतर्गत ट्यूबलर पोल स्थापना 1.23 करोड़ का प्रस्ताव प्रेषित किया गया है, जो कि स्वीकृति के अंतिम चरण में है। कुल 384.26 करोड़ का बजट अनुमानित किया गया है, जिसके आय पक्ष में राजस्व आय 141.39 करोड़ एवं पूंजीगत आय 243.01 करोड़ तथा इसके विरूद्ध राजस्व व्यय 141.32 करोड़ एवं पूंजीगत व्यय 242.94 करोड़ रखा गया है। इस प्रकार 13 लाख 35 हजार का लाभ का बजट पार्षदों के सुझाव व संशोधन के साथ सर्व सम्मत से पारित किया गया हैं। अन्य एजेन्डों पर चर्चा के लिए सदन बुधवार 12 बजे तक स्थगित किया गया हैं।
महापौर धीरज बाकलीवाल मंगलवार को सामान्य सभा की बजट बैठक में शामिल होने के पूर्व मां चंडी मंदिर, पंचमुखी हनुमान मंदिर व जैन मंदिर पहुंचे थे। यहां उन्होने दर्शन कर शहर के लोगों की सुख-समृद्धि व खुशियाली के लिए कामना की। तत्पश्चात् वे बीआईटी कॉलेज के मैकेनिकल कॉन्फेंस हॉल में आयोजित सामान्य सभा की बजट बैठक में शामिल होने पहुंचे। महापौर धीरज बाकलीवाल नगर निगम के बजट पुस्तिका को छत्तीसगढ़ के संस्कृति अनुरुप गोबर से सुसज्जित हंैड बैग में लेकर सदन में प्रवेश किया। इस दौरान उनके साथ वित्त, लेखा एवं अंकेक्षण प्रभारी दीपक साहू, जलगृह प्रभारी संजय कोहले, एमआईसी  प्रभारी भोला महोबिया, पार्षद भास्कर कुंडले, एल्डरमैन रत्ना नारमदेव के अलावा अन्य एमआईसी प्रभारी व पार्षदगण मौजूद थे। महापौर द्वारा बजट पुस्तिका को नए अंदाज में लेकर सदन में प्रवेश करने की सत्तापक्ष,विपक्ष व अन्य पार्षदों की सराहना मिली है। नगर निगम की सामान्य सभा की बजट बैठक सभापति राजेश यादव की अनुमति से दोपहर 12 बजे तय समय में शुरु हुई। बैठक को कोरम के अभाव में 10 मिनट के लिए स्थगित किया गया। फिर बैठक शुरु हुई। बैठक में सर्वप्रथम प्रश्नकाल की कार्रवाही शुरु की गई। प्रश्नकाल के लिए पार्षदों के कुल 60 प्रश्न आए थे। प्रश्नकाल के लिए निर्धारित 1 घंटे में केवल 5 प्रश्नों पर ही जवाब आए। इन प्रश्नों में पार्षद विजेन्द्र भारद्वाज के अमृत मिशन योजना, अजीत वैद्य के शहर में बढ़ते गड्ढे, नरेन्द्र बंजारे, सविता पोषण साहू के विकास संबंधी प्रश्न शामिल थे। प्रश्नों पर एमआईसी प्रभारियों ने जवाब देकर पार्षदों को संतुष्ट किया। तत्पश्चात् एजेंडों पर चर्चा की गई। पार्षद शिवेन्द्र सिंह परिहार द्वारा सत्र 2017 के पुराने एजेंडे को कॉलम क्रमांक-4 में शामिल किए जाने के मुद्दे पर जोरदार आपत्ति दर्ज करवाई गई उनका कहना था कि कॉलम क्रमांक-4 में पिछले बैठक के छुटे विषयों को ही अंकित किया जा सकता है। पुराने एजेंडो को अंकित करना गलत है। इस मुद्दे पर पार्षद मदन जैन, सुश्री नीता जैन ने पार्षद शिवेन्द्र सिंह परिहार का समर्थन करते हुए सदन में आक्रोश जताया। इन पार्षदों को विपक्ष भाजपा पार्षदों का भी समर्थन मिला। विपक्षियों द्वारा इस मुद्दे पर सभापति राजेश यादव को घेरने का प्रयास किया गया।  जिससे सदन शोरशराबा मचा। आरोप-प्रत्यारोप के बीच इस मुद्दे को सदन ने बहुमत से पारित कर दिया गया। एजेंन्डो पर चर्चा उपरांत महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा सदन मेंं बजट पेश किया गया।
बैठक में एमआईसी प्रभारी अब्दुल गनी,दीपक साहू, ऋषभ जैन, हमीद खोखर, मनदीप सिंह भाटिया, राजकुमार नारायणी, नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा, पार्षद ओमप्रकाश सेन, लीना देवांगन, अरुण सिंह, देवनारायण चंद्राकर, नरेन्द्र बंजारे, शेखर चंद्राकर, गायत्री साहू, हेमा शर्मा, एल्डरमैन राजेश शर्मा, रत्ना नारमदेव, आयुक्त लोकेश चंद्राकर के अलावा अन्य पार्षद व निगम अधिकारी मौजूद थे।