बीएमएस यूनियन नेताओं के दौरे में अस्पताल से नदारत मिले डाक्टर, दवाईयों व टॉयलेट सफाई में मिली कमी, जनरल ओपीडी के मरीज होते रहे परेशान
० बीएमएस ने किया सेक्टर 9 हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण
भिलाई। बीएमएस का प्रतिनिधि मंडल लगातार बीएसपी सेक्टर 9 अस्पताल में लगातार दबिश देकर वहां की मांगों को लेकर प्रबंधन का ध्यान आकर्षण करा रहा है आज इसी कड़ी में अस्पताल प्रबंधन को 6 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा गया जिसे अस्पताल प्रबंधन ने जल्द हल करने की बात कही। बीएमएस यूनियन को लगातार लोगों द्वारा मिल रही शिकायतों और हास्पिटल की समस्याओं के संबंध में भिलाई इस्पात मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने सेक्टर 9 हॉस्पिटल का सप्ताह में 2बार औचक निरीक्षण किया जिसमें वार्ड, ओपीडी, डाक्टरों का ओपीडी में बैठने का समय, दवाईयों की कमी, टाइलेट में साफ सफाई,बेड शीट की कमी। टाइलेट में साफ सफाई की कमी वार्ड तथा ओपीडी के बाहर स्थित टॉयलेट में साफ सफाई की कमी एवं बदबू देखने को मिली। ओपीडी में डॉक्टर नदारद थे। लोगों की शिकायत को देखते हुए पदाधिकारियों ने ओपीडी का निरीक्षण किया तो पाया कि कई डॉक्टर समय होने के बाद भी अपनी सीट पर नहीं थे जिस कारण बहुत से मरीज इंतजार में बैठे उन्हें कोसते नजर आए। दवाइयों की कमी फार्मेसी के बाहर बैठे मरीजों के परिजनों से बात करने पर उन्होंने बताया की बहुत सी दवाइयां अनुपलब्ध रहती है जिस कारण उन्हें बहुत परेशानी हो रही है। जनरल ओपीडी में मरीज परेशान दिखे जनरल ओपीडी 4 बी के बाहर दिखाने आए मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है 1 दिन में लगभग 300 मरीज वहां दवाई रिफिट कराने आते हैं बाहर वेटिंग मे कूलर, पंखा ना होने के कारण मरीजों को गर्मी में बैठना पड़ रहा है इससे लोगों में भारी आक्रोश दिखा।
बेडशीट एवं मैट्रेसेस की कमी
वार्ड में बेड पर बेडशीट की भारी कमी देखने को मिली साथ ही पुराने हो चुके मैट्ट्रेसेस टूटे-फूटे मिले जिन्हें बदलने की सख्त आवश्यकता है। दौरा करने के बाद पदाधिकारियों ने हॉस्पिटल के केयरटेकर जीएम शाहिद अहमद से बात की साफ सफाई तथा टॉयलेट की बदबू के संबंध में बात करने पर उन्होंने बताया की टॉयलेट पुरानी हो चुकी है जिस कारण सीपेज रहता है उसी की वजह से बदबू की समस्या है जिसे दूर करने के लिए 71 लाख का बजट बनाया गया है जो अप्रूव भी हो चुका है बहुत जल्दी काम शुरू हो जाएगा तथा वेस्टर्न और इंडियन दोनों तरह के टॉयलेट लगाए जाएंगे।
वार्ड में महिला तथा पुरुष के टॉयलेट अलग करने की मांग यूनियन की ओर से रखी गई जिसे उन्होंने मान लिया है। बाद में डायरेक्टर इंचार्ज डा.एम रविंद्र नाथ से चर्चा की जिसमें यूनियन की ओर से मुख्य मांगे रखी गई।
- ओपीडी में डॉक्टर समय पर उपलब्ध रहें
- सभी जीवन रक्षक दवाइयां फार्मेसी में उपलब्ध रहनी चाहिए
- थायराइड ओपीडी का नंबर ऑनलाइन सिस्टम से जोड़ा जाए
- किसी कारणवश मरीज ओपीडी अटेंड नहीं कर पाता है तो उसे 3 महीने के लिए फिर से नंबर नहीं मिलता 3 महीने की बाध्यता खत्म की जाए
- किडनी के मरीजों के अनफिट का सरलीकरण किया जाए
- हॉस्पिटल में वाहन चोरी की वारदातें बढ़ रही है इसे रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं तथा वाहन स्टैंड को व्यवस्थित किया जाए।
डॉ रविंद्र नाथ ने सभी बातों को गंभीरता से लेते हुए वाहन चोरी, थायराइड ओपीडी, ओपीडी में डॉक्टर के बैठने का टाइम इन सभी विषयों पर विशेष ध्यान देने तथा अन्य मुद्दों पर 15 दिन का समय दिया है निराकरण के लिए उसके बाद फिर से बैठक करने का निश्चय किया है। आज के दौरे में अध्यक्ष आई पी मिश्रा कार्यकारी अध्यक्ष चन्ना केशवलू उपाध्यक्ष हरिशंकर चतुर्वेदी शारदा गुप्ता एबिशन वर्गीस संयुक्त महामंत्री वशिष्ठ वर्मा सन्नी ईप्पन अशोक माहोर महेंद्र सिंह धर्मेंद्र धामू रवि चौधरी सचिव भूपेंद्र बंजारे नरेंद्र केला कुलदीपक तिवारी नवनीत हरदेल अनिल गजभिए जगजीत सिंह भागीरथी चंद्राकर तथा सुधीर गरहेवाल राजेंद्र सिंह अनिल बिसेन आर के पांडे के आर सिंह, बेंकट, अशोक कुमार ईश्वर साहू राजनाथ यादव एवं प्रतिनिधि उपस्थित थे।