अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा-
रायपुर
- अविश्वास प्रस्ताव के आरोप पत्र में 109 आरोप लगाए गए हैं लेकिन एक भी तथ्य नहीं दिया गया. पाँच साल पहले जब कांग्रेस ने आरोप पत्र पेश किया था तब तथ्य दिए गए थे.
- इतना अकाल पड़ गया है कि उनके पास कोई व्यक्ति नहीं है जो तथ्य डाल दे.
- इतना लचर आरोप पत्र बनाया गया है इसे देखकर लग रहा है कि नेता प्रतिपक्ष के ख़िलाफ़ ही अविश्वास जता दिया गया है.
- फर्जी सदस्यता के आधार पर दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के पास ऐसा कोई नहीं जो आरोप पत्र में तथ्य डाल सके.
- अविश्वास प्रस्ताव में अब तक बस्तर के नक्सल के मुद्दे पर अपनी बाद कहता था लेकिन आज सिवाय नेता प्रतिपक्ष के किसी ने नक्सल का ज़िक्र नहीं किया.
- नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इंद्रावती के उस पार गये थे. 2018 में क्या संभव था कि कोई इंद्रावती के उस पार चला जाये. ये परिवर्तन आया है कि आज लोग उस पार जा पा रहे हैं.
- भेंट मुलाक़ात में बस्तर के सभी क्षेत्रों में मैंने रात बिताई है.
- बस्तर में मैंने कहा कि इन चार सालों और उससे पहले में क्या अंतर हुआ. लोगों नव कहा कि रिश्ता करने में शादी करने में अब कोई तकलीफ़ नहीं होती. ये सबसे बड़ा सर्टिफिकेट है.
- आज बस्तर में सड़के नहीं कटती.
- सरकार ने भी स्कूल बंद करा दिया था आज हम उन स्कूलों को शुरू कर रहे हैं.
- भारत सरकार के गृहमंत्री उन गाँवों में उतर रहे हैं.
- बीजेपी सरकार के वक़्त जवानों के लिए भी राशन पहुँचाना टेढ़ी खीर थी. आज आम जनता के लिए भी सब कुछ है.
- जब हमारी सरकार बनी तब हमने परिवर्तन, गडबो नवा छत्तीसगढ़ का सूत्र वाक्य लेकर सत्ता में आये थे. छत्तीसगढ़ निर्माण के लिए योगदान देने वालों को नमन करता हूँ. पंद्रह साल इनकी सरकार रही लेकिन कभी किसी को नहीं लगा कि यह उनकी सरकार है.
- परिवर्तन लोगों की ज़िंदगी में आये इसलिए मशाल लेकर 2013 में हमारे नेता निकले थे लेकिन वह मशाल अधूरी रह गई लेकिन इन पाँच सालों में लगता है कि हमारे आदिवासी वर्ग के लोगों के जीवन में परिवर्तन आया है. महिलाओं के आत्मविश्वास में परिवर्तन आया है. हमारे बच्चे जो भविष्य है. जब वह फ़र्राटेदार अंग्रेजों पढ़ते हैं तो परिवर्तन दिखता है. बस्तर के बच्चे अब बड़े होकर आईएएस,आईपीएस बनेंगे.
- बस्तर फ़ाइटर में हम पाँचवी के बच्चों को भर्ती कर रहे है. ये स्थिति बनाकर छोड़ी थी.
- मैं कहीं भी गया दो माँगे आई एक बैंक खुलवा दो और दूसरा स्वामी आत्मानंद स्कूल खुलवा दो.
- आज एक सीट के एवज़ में पंद्रह आवेदन आ रहे हैं.
- बीजापुर, दंतेवाड़ा,सुकमा में कुपोषण से बच्चों और महिलाओं को बाहर करना था.
- बस्तर और सरगुजा के लोगों को शिक्षित और सुपोषित करने का काम हमने किया. नीति आयोग ने रैंकिंग में हमे नंबर दिया है.
- बस्तर सरगुजा में हर जगह पंप ख़ुद रहे हैं. बीजेपी सरकार के वक़्त दस हज़ार पंप थे.
- किसानों को अब तक बिजली में 11 हज़ार करोड़ की सब्सिडी दी है. राजीव न्याय योजना में बीस हज़ार करोड़ की सब्सिडी दी है.
- कल ही भारत सरकार ने ग़ैर बासमती चावल के उत्पाद पर प्रतिबंध लगा दिया है. अब भारत सरकार चावल एक्सपोर्ट करेगी. भारत सरकार पैसे कमायेगी.
- झीरम घाटी मामले में कोर्ट ने कहा कि गुडसा उसेंडी और रामन्ना दोनों के बयान लिए जाये क्यों नहीं लिए गए. एनआईए के फ़ाइनल रिपोर्ट में इन दोनों के नाम कैसे कट गये. मुझे मालूम है कि जब नाम ही हटा दिया जाएगा तो जाँच कैसे होगी. गुडसा उसेंडी के बच्चों को नौकरी मिलने की खबर मिली. कैसे मिल है? किसने दे दी?
- एनआईए ना जाँच कर रही है और ना ही जाँच करने दे रही है. इस बात की हमे पीड़ा भी है कि सत्ता में बैठकर भी हम जाँच नहीं करा पा रहे.
- बार बार ये कहना बंद कीजिए कि जेब में रखे है. मज़ाक़ मत उड़ाइये.
- शराब मामले में दो हज़ार करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया. सवाल ये है कि कितनी संपत्ति जप्त हुई? कितने बैंक खाते सीज हुए?
- इन्होंने कहा कि नक़ली होलोग्राम लगाकर टैक्स चोरी की गई. अब चोरी कौन करेगा, जब शराब डिस्टरली से निकली. फिर डिस्टलरी के ख़िलाफ़ कार्रवाई क्यों नहीं हुई? ये कौन लोग हैं. उन्हें कौन बचा रहा है.
- देश में जितने राज्य है उनमें से सबसे ज्यादा छापे छत्तीसगढ़ में मारे गये. अब भी एजेंसी छत्तीसगढ़ में बैठी है.
- कोयला घोटाले में कहा गया कि पाँच सौ करोड़ की संपत्ति जप्त हुई. पाँच सौ रुपये भी जप्त नहीं हुए.
- राज्य में जीतने भी खदान है उनमें से ज़्यादातर एससीईएल की है.
- 2013 के बाद से रॉयल्टी भी नहीं बढ़ाई गई. यदि प्राइवेट प्लेयर को जाता तो रॉयल्टी ज्यादा मिलती. सौ रुपये दिया जाता है. राज्य को नौ लाख करोड़ का नुकसान हुआ.
- कोयले में घोटाला हुआ है तो केंद्र ने केंद्रीय अधिकारियों के ख़िलाफ़ क्या कार्रवाई की?
- क्या राज्य सरकार को सिर्फ़ बदनाम करने का काम किया जा रहा है.
- 17सितम्बर 2018 को एनएमडीसी और भारत सरकार ने एमडीओ दिया. आचार संहिता लगने के ठीक पहले दिया गया. हम नहीं दे रहे खदान. हमने एलिफ़ेंट कॉरिडोर बना दिया. उनकी मंशा पर पानी फिर गया इसलिए ही यहाँ आईटी-ईडी बैठ गई है.
- कांग्रेस की सरकार उन्हें शूट नहीं कर रही इसलिए बदनाम करने की साज़िश की जा रही.
- सरकार में आने के बाद हमने डीएमएफ़ की मीटिंग की थी. मैंने अधिकारियों से एक सवाल पूछा कि आदिवासियों के जीवन में क्या परिवर्तन आया. जवाब मिला कि कोई परिवर्तन नहीं आया क्यूँकि आप उस पैसे से स्विमिंग पुल बनवाया, बिल्डिंग बनवाई. सरकार में आने के बाद हमने कहा कि पुल पुलिया बनाओ, सुपोषण को लेकर काम करो.
- मध्य प्रदेश की विधानसभा में सवाल लगता था कि बस्तर में मलेरिया, उल्टी दस्त से इतने लोगों की मौत हुई. आज बस्तर में मलेरिया से एक भी मौत नहीं होती. बस्तर सरगुजा के जिलो के अस्पतालों में डॉक्टर भरे पड़े हैं. डीएमएफ के पैसे से हमने ये काम किया है.
- हम गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का जो संकल्प लेकर निकले थे, उन सभी संकल्पों को पूरा किया.
- ईडी को इतना अधिकार उचित नहीं. अभी जो आदेश निकला है कि जीएसटी चोरी करने पर भी ईडी जाँच करेगी. इसका मैं विरोध करता हूँ. जीएसटी चोरी का अपना क़ानून है.
- बीजेपी के नेता ईडी के प्रवक्ता है. ईडी की प्रेस रिलीज़ बाद में आती है उनके नेताओं के पास पहले जाता है. धोखे से किसी बीजेपी नेता के घर ईडी घुस जाती. असल में यही लोग ईडी को बताते हैं