राष्ट्रीय सामाजिक न्याय सम्मेलन बिलासपुर में हुआ संपन्न
इस कार्यक्रम में भाग लेने कई राज्यों से प्रतिनिधि उपस्थित हुए। पिछड़े समाज अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के इस सम्मेलन में सामाजिक महा परिवर्तन गठबंधन के सभी घटक संगठन पैगाम, ऑल इंडिया बैकवर्ड क्लासेज फेडरेशन, बी सी अधिकार मंच भारत, ओबीसी महासभा के पदाधिकारी सम्मिलित हुए सभी संगठन एक होकर रणनीति बनाकर कार्य करने और जाति जनगणना और पिछड़ा वर्ग के उत्थान पर चर्चा किए। जस्टिस वीरेंद्र सिंह यादव ने अपना वक्तव्य मेल करते हुए लिखा सभी संगठनों में स्व संगठन व व्यक्तित्व की श्रेष्ठता को भूल कर प्राकृतिक नियम का पालन करते हुए हजारों संगठन को एक सूत्र में बाँधना होगा।कार्यक्रम के संयोजक प्रांत अध्यक्ष इंजीनियर रामजी सिंह ने कहा एस आर ए संगठनों का संगठन है और एक लक्ष्य लेकर सही दिशा में पिछड़ों का नेतृत्व कर रही है। सम्मेलन में बहुत से अतिथि भी उपस्थित हुए। कार्यक्रम दो सत्रों में हुआ। बारिश बाधित कार्यक्रम में पांच सौ लोग उपस्थित हुए, जिसमें चार सौ अस्सी प्लेट लोगों ने भोजन किया, लगभग दो सौ आगंतुकों ने पंजीयन कराया और सहयोग राशि दिए। कार्यक्रम में वेलेनेश कैम्प का भी आयोजन हुआ। कार्यक्रम में पूर्व न्यायाधीश ,वकील, पूर्व राजसभा सांसद,पूर्व विधायक तीन कैबिनेट मंत्री दर्जा, आई ए एस , क्लास वन ऑफिसर रेल्वे, उद्योग, विद्युत मंडल, वैज्ञानिक, पूर्व उपमहानिदेशक खान मंत्रालय, शिक्षक, प्रोफेसर, के साथ चपरासी, मजदूर, किसान और युवा, महिला, उद्योगपति, डॉक्टर, दुकानदार सभी वर्गों के साथी आए। आगंतुक अतिथि न्यायमूर्ति प्रभाकर ग्वाल साहब, बैजनाथ चंद्राकर अपेक्स बैंक, थानेश्वर साहू अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग आयोग, रामकुमार पटेल अध्यक्ष साकम्भरी बोर्ड, एस के बंजारा, डॉक्टर राजकुमारी बंसल जबलपुर, डॉक्टर सरोज चंद्राकर, शारदा कश्यप, नंदिनी राजवाड़े, दीपक कुशवाहा सासाराम बिहार, अनिल बनज, संत राम कन्नौजे, विनोद प्रबुद्ध, एडवोकेट धनीराम बंजारे, डॉक्टर जितेंद्र सिंगरोल, व्यासनारायण कश्यप, सुनील कुमार भारद्वाज, देवप्रताप सम्राट, यज्ञदेव पटेल बालोद,ऋषि कश्यप, एडवोकेट रामेश्वर ठाकुर, नीरज जायसवाल रतनपूर, संतोष कौशिक, कीर्ति कश्यप, राधेश्याम साहू, आई डी आशिया, अभिलाष जायसवाल, खेमराज कश्यप सभी ने उद्बोधन दिया । कार्यक्रम शाम छह बजे तक चला। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर दीप्ति धुरंधर ने किया।