November 18, 2024

दुर्ग जिले में बढते अपराध के लिए दुर्ग पुलिस जिम्मेदार-राकेश मिश्रा

दुर्ग जिले में बढते अपराध के लिए दुर्ग पुलिस जिम्मेदार-राकेश मिश्रा
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को चाहिए कि बढते अपराध के जिम्मेदार पुलिस वालों पर हो विभागीय कार्यवाही
मिश्रा ने कहा जिले में बंद पड़ी बीट प्रणाली प्रथा पुन: हो लागू
भिलाई। रिसाली निवासी समाजसेवी राकेश मिश्रा ने दुर्ग जिले की बिगड़ी व लचर कानून व्यवस्था पर अपने प्रतिक्रिया देते हुए हमारे प्रतिनिधि से कहा कि दुर्ग जिले में लगातार अपराध का ग्राफ बढ रहा है, उसके लिए सीधे तौर पर दुर्ग पुलिस जिम्मेदार है। चूंकि राज्य सरकार छग पुलिस को आधुनिक संसाधनों के अलावा तमाम सुख सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। मैदानी इलाकों में तैनात पुलिसकर्मी अपराध रोकने के बजाय अपराध को बढावा देने वाले लोगों के साथ सांठ गांठ करके चल रहे हैं। जिसके कारण आज क्षेत्र में चोरी, चैन स्नैचिंग, हत्या, लूट, चाकूबाजी आम बात हो गई है, पुलिस गुंडे बदमाशों व वारंटियों का जुलूस निकाल रही है, लेकिन उसके बावजूद भी अपराध व अपराधियों में ना तो कोई कमी दिख रही है, और ना ही पुलिस का खौफ अपराधियों में नजर आ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि मेरा एक सवाल है कि पुलिस मुख्यालय व दुर्ग रेंज में बैठे पुलिस के वरिष्ठ आला अधिकारी अपने नीचे के अधिकारियों को क्यों नही सवाल जवाब करते। यदि अपराध घटित हो रहे हैं तो थानेदारा पेट्रोलिंग संबंधी सीएसपी सहित अन्य अधिकारियों की भी जवाबदेही तय होनी चाहिए कि तुम्हारे क्षेत्र में चाकूबाजी, हत्या, चोरी,चैन स्नेचिंग सहित अन्य प्रकार के अपराधों में इतना इजाफा क्यों हो रहा है। जिस तरह पुलिस अपराधियों को विभिन्न धाराओं के तहत जेल दाखिल कर रही है, ठीक उसी तरह पुलिस के बडे अधिकारी अपने मातहत अधिकारियों पर भी विभागीय व अनुशासनात्मक कार्यवाही करने से पीछे क्येां हट रही है, क्या उनपर कोई राजनैतिक दबाव है क्या? ऐसे में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सीधे तौर पर राज्य सरकार की छवि धूमिल होते दिख रही है। तात्कालिक भाजपा की सरकार में उस समय के तत्कालिक एसपी द्वारा बीट सिस्टम प्रणाली की शुरूआत की गई थी, इसमें प्रत्येक थाने के पुलिस कर्मियों व अधिकारियों को अपने अपने थाना क्षेत्र के बीट का बंटवारा करके मुखबीर तंत्र को मजबूत कर अपराधों की रोकथाम व अपराधियों पर नकेल कसने का काम होता था, जो कि अब पूरी तरह से आज के इस दौर में बीट प्रणाली प्रथा दुर्ग जिले में बंद सी पड़ी है, यही वजह है कि अपराधी अपराध करने में मस्त और अपराधियों को सामने दुर्ग पुलिस हो गई है पस्त।