November 24, 2024

उत्तराखंड में होंगे दुनिया के पांचों महाद्वीपों के वन्यजीवों के दीदार

कुमाऊं के प्रवेशद्वार हल्द्वानी में चिड़ियाघर के साथ वन्य जीव अस्पताल और वाइल्डलाइफ रेस्क्यू सेंटर में एक साथ दुनिया के 5 महाद्वीप अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अमेरिका व एशिया में पाए जाने वाले वन्यजीवों के दीदार हो पाएंगे।

चिड़ियाघर व रेस्क्यू सेंटर के निर्माण के लिए सेंट्रल जू ऑथरिटी (सीजेडए) पहले ही मंजूरी भी दे दी है। अब सेंट्रल गवर्नमेंट ने इसके लिए 27 करोड़ रुपये जारी किए हैं। खास बात यह है कि इस सेंटर में दूसरे राज्यों के वन्यजीवों का भी उपचार किया जा सकता है। वन्य जीव अस्पताल व रेस्क्यू सेंटर में बाघ, तेंदुए, गिद्ध और अन्य दुर्लभ वन्य जीवों के संरक्षण और स्वास्थ्य के लिए एक बड़ी कार्ययोजना तैयार भी की जा चुकी है। वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त हल्द्वानी दीप चंद्र आर्य ने कहा कि प्रस्तावित वन्य जीव अस्पताल में वन्यजीवों के लिए बाड़े बनाकर उसे प्रस्तावित जू के पहले चरण का रूप भी दिया जाने वाला है। जिसके उपरांत यहां जू सफारी की योजना PPP मोड में शुरू की जानी है। इस बारे में सभी अनुमतियां राज्य सरकार को प्राप्त हो चुकी है।

 

 

50 बाघों और तेंदुए के बाड़े बनाए जाएंगे:  जू और वन्य जीव हॉस्पिटल के प्रस्तावित स्थल की चारदीवारी का काम पहले ही पूरा हो गया है। कुछ विभागीय औपचारिकताएं पूरी करने का काम राज्य स्तर पर बना हुआ है। प्रमुख सचिव वन आरके सुधांशु  ने कहा है कि हल्द्वानी जू और वाइल्ड लाइफ हॉस्पिटल के निर्माण पर तेजी से कार्य को पूरा किया जा रहा है। मानव-वन्यजीव संघर्ष निवारण के जो काम पूर्व में कांग्रेस गवर्नमेंट ने अधूरे छोड़े थे, उसे बीजेपी गवर्नमेंट ने पूरा कराया है। हल्द्वानी के गौलापार इलाके में जू और वन्य जीव अस्पताल के निर्माण की बाधाएं अब दूर हो गई हैं, शीघ्र ही काम शुरू होगा। वन्य जीव हॉस्पिटल के बन जाने से यहां हाथी, बाघ, तेंदुए जैसे वन्यजीवों का भी बेहतर उपचार किया जा सकेगा। दूसरे राज्यों से भी जख्मी वन्यजीवों को यहां उपचार दिया जाएगा।