सेलूद में शौचालयों व सोलार पंपों का हस्तांतरण समारोह सम्पन्न
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के तत्वाधान में निगमित सामाजिक उतरदायित्व विभाग द्वारा सामाजिक उतरदायित्व योजना के तहत मूलभूत सुविधाओं की प्रतिपूर्ति हेतु स्वामी आत्मानंद गवर्नमेंट इंग्लिश मीडियम स्कूल, सेलूद में निर्मित सोलार ड्यूल पंप तथा शौचालयों का हस्तांतरण 09 मार्च 2024 को किया गया। सामाजिक सरोकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के तहत किये गये निर्माण कार्यों का हस्तांतरण भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) श्री पवन कुमार द्वारा किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य महाप्रबंधक (नगर सेवाएं एवं सीएसआर) श्री जे वाय सपकाले ने की। इसके साथ ही सहायक महाप्रबंधक (कार्मिक) श्री के के साहू, वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) श्री सुशील कामडे, उप प्रबंधक (सीएसआर) श्री कमलकांत वर्मा, प्राचार्य श्री नरेन्द्र देशहर विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) श्री पवन कुमार ने सीएसआर के कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि संयंत्र द्वारा निगमित उत्तरदायित्व के अंतर्गत विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों के विकास हेतु जो कार्य किए जा रहे हैं, वे न केवल इन क्षेत्रों के अपितु भारत के विकास में भी योगदान देंगे।
मुख्य महाप्रबंधक (नगर सेवाएं एवं सीएसआर) श्री जे वाय सपकाले ने भिलाई इस्पात संयंत्र के तत्वाधान में सीएसआर विभाग द्वारा किए जा रहे निगमित सामाजिक गतिविधियों का उल्लेख किया तथा इन कार्यों में सहयोगी कार्मिकों की सराहना की। शाला के प्राचार्य श्री नरेन्द्र देशहर ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया।
भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा किये गये इन निर्माण कार्यों को शाला प्रबंधन, ग्राम सेलूद को 09 मार्च 2024 को हस्तांतरित किया गया। हस्तांतरण समारोह के अवसर पर ग्राम पंचायत के पदाधिकारी, शाला के प्राचार्य, शिक्षकगण समीपस्थ गाँव के जन प्रतिनिधी एवं ग्रामवासी उपस्थित थे।
——————
दिनांक- 12.03.2024
भिलाई इस्पात संयंत्र की बहुभाषीय नाट्य स्पर्धा का शुभारंभ
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के क्रीड़ा, सांस्कृतिक एवं नागरिक सुविधायें विभाग द्वारा प्रतिवर्षानुसार चार दिवसीय प्रतिष्ठित बहुभाषीय नाट्य स्पर्धा का शुभारंभ, नेहरू सांस्कृतिक भवन, सेक्टर 1 में दिनांक 12 मार्च 2024 को किया गया। इस नाट्य प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में (सहायक महाप्रबंधक—एक्जीक्यूटीव सेल) श्री ओ प्रेम सागर एवं उप-प्रबंधक (क्रीड़ा, सांस्कृतिक एवं नागरिक सुविधायें) श्री डेनिस क्रिस्टी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
यह नाट्य प्रतियोगिता लगभग 50 से भी अधिक वर्षों से आयोजित की जा रही है। चार दिनों तक चलने वाली इस बहुभाषीय नाट्य स्पर्धा में प्रवेश नि:शुल्क रखी गयी है, जिसमें दुर्ग—भिलाई क्षेत्र की कुल 17 नाटक मंडलियां शिरकत कर रहीं हैं। जहां प्रतिदिन मध्याह्न 2 बजे से रात्रि 10 बजे तक पांच नाटक प्रस्तुत किए जाएंगे। प्रतियोगिता में हिंदी, बंगला, छत्तीसगढ़ी, तेलगु आदि भाषाओं में नाटक प्रस्तुत किए जाएंगे। डॉ. श्रद्धा मिश्रा, श्री यश ओबेरॉय एवं श्री डीपी देशमुख इस प्रतियोगिता में निर्णायकगण की भूमिका में रहेंगे।
इसके अलावा उद्घाटन समारोह में श्री प्रभंजय चतुर्वेदी व श्री दुष्यन्त हरमुख समेत क्रीड़ा, सांस्कृतिक एवं नागरिक सुविधायें विभाग के विभिन्न कार्मिक भी उपस्थित रहे | क्रीड़ा, सांस्कृतिक एवं नागरिक सुविधायें विभाग के श्री सुप्रियो सेन ने उद्घाटन समारोह का संचालन किया|
15 मार्च 2024 को इस प्रतियोगिता का समापन व पुरुस्कार वितरण समारोह का अयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रतिभागियों को विभिन्न श्रेणियों प्रथम, द्वितीय, तृतीय के साथ-साथ सर्वश्रेष्ठ अभिनेता—अभिनेत्री, मेकअप, प्रॉप्स, डायलॉग, संगीत, पोशाक आदि श्रेणियों में पुरुस्कार वितरित किए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि, बॉलीवुड फिल्म-निर्देशक श्री अनुराग बसु और श्री सुब्रत बोस सहित अनेक प्रख्यात कलाकारों को भी इस प्रतियोगिता ने मंच देने का कार्य किया है। इस बहुभाषीय नाट्य प्रतियोगिता का उद्देश्य शहर के स्थानीय कलाकारों के नाट्य कौशल को बढ़ावा देने के साथ-साथ उनकी प्रतिभा को प्रोत्साहन प्रदान करना एवं रंगकर्म अभ्यास के लिए तैयार करना है, जिससे व्यावहारिक कौशल की विविधता को विकसित और संचित किया जा सके |
————————
दिनांक: 12.03.2024
संयंत्र के मुख्य चिकित्सालय में ‘सुरक्षित मातृत्व’ पर कार्यशाला सम्पन्न
भिलाई इस्पात संयंत्र के मुख्य चिकित्सालय पं जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र में, निगमित सामाजिक उतरदायित्व गतिविधियों के तहत, नर्सिंग छात्रों को शिक्षित करने के उद्देश्य से 9 मार्च 2024 को प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग द्वारा “सुरक्षित मातृत्व” पर एक कार्यशाला आयोजित की गई थी।
कार्यक्रम मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांयें) डॉ एम रविन्द्रनाथ, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ प्रमोद बिनायके, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ विनीता द्विवेदी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ के ठाकुर के नेतृत्व में आयोजित किया गया था, जिसमें ओ एंड जी के विभागाध्यक्ष और आरसीएच प्रभारी डॉ एस कामरा का सहयोग रहा।
उद्घाटन समारोह का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांयें) डॉ एम रविन्द्रनाथ सहित सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारी, ओ एंड जी विभाग के विभागाध्यक्ष सहित यूनिट 2 प्रभारी डॉ रोशन हुसैन और चिकित्सा विभाग के अन्य विभागीय डॉक्टरों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन करके किया गया। स्वागत भाषण के पश्चात, ओ एंड जी के विभागाध्यक्ष के द्वारा मातृ एवं भ्रूण मृत्यु दर को कम करने में सुरक्षित मातृत्व का महत्व और इसकी भूमिका के बारे में बताया गया।
डॉ एम रविन्द्रनाथ ने इस कार्यशाला कि सराहना करते हुए सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने मातृ एवं नवजात मृत्यु दर को कम करने के तरीकों के बारे में प्राथमिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और नर्सिंग स्टाफ को शिक्षित करने के महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यशाला के दौरान प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग के डॉक्टरों द्वारा असामान्य प्रसव, लंबे समय तक प्रसव, प्रसूति आपात स्थिति, सीपीडी, प्रसव प्रेरण, भ्रूणविज्ञान, वासा प्रीविया, कंधे डिस्टोसिया और बर्थ इंजरी के विषयों पर विभिन्न व्याख्यान दिए गए। अतिथि वक्ता के रूप में सेवानिवृत्त डॉ सुलभा वावरे और डॉ सुनीता अग्रवाल को आमंत्रित किया गया था। साथ ही पीजी कॉलेज ऑफ नर्सिंग और श्री शंकराचार्य कॉलेज ऑफ नर्सिंग के सहायक प्रोफेसर को बातचीत के लिए आमंत्रित किया गया था।
इस कार्यक्रम में पीजी कॉलेज ऑफ नर्सिंग, श्री शंकराचार्य कॉलेज ऑफ नर्सिंग और अपोलो कॉलेज ऑफ नर्सिंग के छात्र, जेएलएन नर्सिंग स्टाफ, विभाग के पीजी छात्र और विभागीय डॉक्टरों सहित 100 से अधिक लोगों ने भाग लिया था। कार्यक्रम के अंत में हर विषय पर एक प्रश्नोत्तरी सत्र आयोजित की गई थी और विजेताओं को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कार वितरण भी किये गए।
कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन डॉ रोशन हुसैन द्वारा दिया गया तथा कार्यक्रम का संचालन डॉ हिमानी गुप्ता एवं डॉ प्रभदीप कौर ने किया।
————