इस मंदिर में महाभारत काल में महाबली भीम ने राक्षसी हिडिंबा से रचाई थी शादी, नवरात्रि पर होता है भव्य मेले का आयोजन
महासमुंद। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होती है। इस चैत्र नवरात्रि की शुरूआत 9 अप्रैल से हो रहा है जिसका समापन 17 अप्रैल को होगा। 9 अप्रैल को ही घट स्थापना होगी और मां दुर्गा की नौ दिवसीय पूजा शुरू होगी। विभिन्न मंदिरों में पूजा को लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है। हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। वैसे तो साल में चार नवरात्रि तिथियां होती हैं, लेकिन इनमें से चैत्र और शारदीय नवरात्रि को प्रमुख माना जाता है। वहीं भारत में अनेकों मंदिर और ऐसे शहरों का नाता रामायण और महाभारत से जुड़े हुआ है। इन्ही में से एक मंदिर है छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में स्थित माता खल्लारी का मंदिर।
माता खल्लारी के इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि यहां पर महाबली भीम और राक्षसी हिडिंबा का विवाह संपन्न हुआ था। जिसके बाद यहां पर माता खल्लारी का मंदिर बनाया गया। ये मंदिर एक उंची पहाड़ी पर बना हुआ है। प्राचीन काल में इस स्थान को खलवाटिका के नाम से जाना जाता था। माता के दर्शन के लिए भक्तों को करीब 850 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है।