गुरूदेव रवीन्द्रनाथ जन्मोत्सव का सफल आयोजन)
भिलाई – इस्पात शहर की बहुआयामी कला प्रशिक्षण संस्था गीत वितान कला केन्द्र द्वारा गुरूदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर के जंयती के अवसर पर कला मंदिर सभागृह सिविक सेन्टर में सास्कृतिक कार्यक्रम का सफल मंचन किया गया । बैंक आफ बड़ौदा भिलाई, एन एस पी सी एल, भिलाई इस्पात संयंत्र के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डाॅ आर आर बी सिंह (कुलपति) दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कृषि विश्वविद्यालय दुर्ग एवं विशेष अथिति डॉ अविनाश तिवारी (संजीवनी कैंसर अस्पताल) रायपुर उपस्थित रहे । सर्वप्रथम अतिथि ने गुरूदेव रवीन्द्रनाथ के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं समक्ष दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया । संस्था के छात्रगण द्वारा शांति निकेतन के परम्परा का अनुकरण करते हुये (वृक्ष वंदना) प्रकृति की पूजा को निभाया गया । स्वागत भाषण संस्था के अध्यक्ष रजनी सिन्हा ने दिया एवं आभार व्यक्त श्री सोमेन कुण्डू ने किया । गीत वितान द्वारा आयोजित विद्यालयीन स्तर पर चित्रकला प्रतियोगिता परिणाम का पुरस्कार वितरण विद्यालय के छात्र छात्राओं को किया गया । इस अवसर पर डॉ अविनाश तिवारी द्वारा कैंसर बीमारी पर संगीत के माध्यम से दर्द पर काबू पाने के रहस्य पर अपना उदबोधन सभी के समक्ष रखने का प्रयास किया ।
सास्कृतिक प्रस्तुति में सर्वप्रथम रवींद्रसंगीत एवं रवीन्द्रनाट्यम ( नृत्य)- एकटी नमोश्कारे प्रभु की प्रस्तुति गीतवितान के छात्रगण द्वारा किया गया । विविध स्वरूप में रवींद्रसंगीत शीर्षक में गुरूदेव रचित भक्ति रस, प्रकृति की सुन्दरता (बंसत एवं वर्षाऋतु) , बाउल सुर (लोक धुन) गीतांजलि काव्य पर आधारित गीत प्रस्तुतिभिलाई दुर्ग सहित 120 गायक गायिकाओ , सांस्कृतिक समूह छन्नोछाड़ा, उच्छास , उड़नचंडी द्वारा प्रस्तुति दी गई । गीत वितान के वाद्ययंत्र छात्रगण द्वारा गिटार, की बोर्ड पर “एई आकाशे आमार मुक्ति आलोय “के धुन को प्रस्तुत किया गया एवं चित्रकला संकाय के विद्यार्थीगण कैनवास पर प्राकृतिक सुन्दरता एवं लोक संस्कृति के दृश्य को दर्शाया गया ।
कार्यक्रम के दूसरे भाग में रवीन्द्रनाथ ठाकुर द्वारा रचित नृत्य नाटिका ( भानुसिहं पदावली) का मंचन नृत्यमणी मिथुन दास के निर्देशन में किया गया । राधा और कृष्ण पर आधारित वैष्णव पदावली से अनुप्रेरित इस नाटिका को संस्था के नृत्य छात्रगण द्वारा प्रस्तुत किया गया । संगीत निर्देशन गीत वितान की संचालिका सुश्री शिप्रा भौमिक द्वारा किया गया । वाद्ययंत्र गिटार पर स्वपनिल चंद्राकर, सूर्यकांत बागची, की बोर्ड- साई चक्रवर्ती, तबले पर रूद प्रसन्न जेना, सितार पर जयदेव दीक्षित , बांसुरी पर मनीष वर्मा ने संगत किया । सांग्तिक प्रस्तुति में आलेख का पाठ जाॅली सेन ने किया एवं मंच संचालन माया बैनर्जी द्वारा किया गया । कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मुख्य संरक्षक एवं आयोजक समिति सदस्य गण, स्वच्छता सेवा समिति भिलाई, ईश्वर कृपा सेवा भाव समूह का योगदान रहा ।