सिरी-एमआरसी मटेरियल रिसाइक्लिंग सेंटर में प्लास्टिक दाने बनाने की मशीन के स्थापना को जल्द पूर्ण करने के दिए निर्देश
जगदलपुर कलेक्टर विजय दयाराम के. ने शुक्रवार को बुरुदवाडा सेमरा में स्थित मटेरियल रीसाइकल फैसिलिटी सेंटर का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने सेंटर में प्रतिदिन पहुँच रहे कचरे की रीसाईकल हेतु छटनी और उनके प्रबंधन के संबंध में संस्था के अधिकारियों को निर्देशित किए। सेंटर के समीप सिरी सेंटर में प्लास्टिक के दाने बनाने की मशीन स्थापना को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने मशीन संचालन के लिए आवश्यक विद्युत व्यवस्था का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर एमआरएफ सेंटर के प्रभारी, ईएंडएम विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। ज्ञात हो कि सेमरा में स्थित समृद्घि-मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) और सिरी-एमआरसी (मटेरियल रिसाइक्लिंग सेंटर) की स्थापना श्सूखे और प्लास्टिक कचरे से मुक्त ग्रामीण और शहरी परिदृश्यश् परियोजना के तहत की गई है। सभी एकत्र किए गए सूखे कचरे और प्लास्टिक को शहर के नगर निगमों (सीएमसी), अपशिष्ट बीनने वालों और अन्य हितधारकों से एमआरएफ के लिए प्राप्त किया जाता है। एमआरएफ सभी प्रकार के सूखे कचरे को अलग करता है, इसमें प्लास्टिक भी शामिल है जो अपशिष्ट आपूर्ति श्रृंखला में मूल्य संवर्धन को बढ़ावा दिया जा रहा है। पीईटी, पीई, एचडीपीई, एलडीपीई, पीवीसी, पीएस, और पीपी कचरे को यंत्रवत् रूप से जमा किया जाता है, टुकड़े किया जाता है और रिसाइक्लर्स (पैलेट या अन्य सामग्रीध्उत्पादों का उत्पादन करने के लिए), सीमेंट भट्टियों(सह-प्रसंस्करण) को आपूर्ति की जाती है। जिसका उपयोग ईंधन, सड़क निर्माण आदि में किया जाता है। परियोजना का लक्ष्य एक स्थायी अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली बनाना है जो रिसाइक्लिंग को बढ़ावा देता है और ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सूखे और प्लास्टिक कचरे की मात्रा को कम करता है। एमआरएफ/ एमआरसी विभिन्न प्रकार के अपशिष्ट पदार्थों की छंटाई, प्रसंस्करण और पुनर्चक्रण के लिए एक केंद्रीय केंद्र के रूप में काम करेगा, उचित निपटान कर और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करना है।