फिल्मी तरीके से उड़ाए लाखों के हीरे और फिर बाइक से हो गए रफूचक्कर, लेकिन श्मशान पर कोई कर रहा था इंतजार
धमतरी. हीरे की खदान से लाखों के हीरे चुराकर भाग निकले चोरों को शायद इस बात का अहसास भी नहीं रहा होगा कि उनकी ‘कड़ी मेहनत’ पर पुलिस पानी फेर देगी. जी हां, छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के गरियाबंद जिले (Gariyabandh) में ऐसा ही एक वाकया सामने आया है. यहां देवभोग खदान से दो चोरों ने फिल्मी स्टाइल में 5 लाख रुपए के हीरे चुराए (Diamond Smuggling) और बाइक से रफूचक्कर हो गए. लेकिन चोरों की किस्मत दगा दे गई. वे चुराए गए हीरे को बेचने की तलाश में इधर-उधर भटक ही रहे थे कि हीरा चोरी की सूचना पर पुलिस द्वारा की गई नाकाबंदी की जद में आ गए. पुलिस ने उन्हें नगरी सांकरा मोड़ स्थित मुक्तिधाम (श्मशान घाट) पर दबोच लिया.
नगरी पुलिस ने खदान से हीरा चुराने के आरोप में दो चोरों को गिरफ्तार कर लिया. इनके कब्जे से पुलिस ने 41 नग हीरे बरामद किए हैं, जिसकी कीमत 5 लाख बताई जा रही है. पुलिस ने बताया कि देवभोग खदान से हीरा चोरी की सूचना मिलते ही पुलिस सतर्क हो गई थी. इसके बाद नगरी सांकरा मोड़ पुलिस ने मुक्तिधाम के पास पहुंचकर नाकाबंदी कर दी. दोनों तस्कर ग्राहकों तलाश में धमतरी की तरफ आए, तो पुलिस ने उन्हें दबोच लिया.
नगरी और गरियाबंद के रहने वाले हैं आरोपी
मंगलवार सुबह एक बाइक नगरी सांकरा मोड़ में आता पुलिस को दिखाई दिया. पुलिस के मुताबिक बाइक में दो युवक सवार थे. पूछताछ के दौरान दोनों ने अपना नाम गोपीचंद मरकाम और बलिराम मेश्राम बताया. तलाशी लेने पर उनके कब्जे से कुल 41 नग हीरा बरामद हुआ. आरोपी हीरे को ग्राहकों के पास खपाने के लिए लेकर आ रहे थे. फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया. वहीं एसपी बीपी राजभानु ने बताया कि हीरे के साथ दो आरोपी पकड़े गए हैं. आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
लंबे अरसे से हो रही है तस्करी
देवभोग हालांकि गरियाबंद जिले में है, लेकिन धमतरी के नगरी और ओडिशा की सीमा से भी लगा हुआ है. नक्सली प्रभावित इलाका और घने जंगलों के कारण अक्सर तस्कर धमतरी के रास्ते ही अपने काम को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं. इससे पहले भी धमतरी पुलिस ने कई बार हीरा तस्करों को पकड़ा है. लेकिन आज तक इस काले कारोबार के सरगना तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है. फिलहाल इस मामले में पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी है.