खाने की थाली से गायब हुई सब्जियां, बिगड़ा रसोई का बजट, आसमान छूने लगे सब्जियों के दाम
हरी सब्जियों की कीमत में उछाल आया है। 15 दिन पूर्व जो सब्जियां बाजार में 30 से 40 रूपये प्रति किलो बिक रही थी वह अब 50 रूपये किलो तक पहुंच गई है। इसके पीछे का कारण भीषण गर्मी बताई जा रही है। इससे खेतों से जहां सब्जियां कम निकल रही है और किचन का बजट भी बिगड़ गया है।
वहीं लोकल बाड़ियों से सब्जी की आवक बंद होने के बाद अब भोजन की थाली से सब्जियां गायब होने लगी है। कुछ दिनों पहले 20 रुपए किलो बिकने वाली सब्जियां दो से तीन गुना मंहगी हो गई है। टमाटर का भाव चिल्हर मार्केट में जहां 60 से 80 रुपए तक पहुंच चुका है, वही प्याज भी 40 रुपए किलो तक बिक रही है। हरी सब्जियों के दाम 40 से 120 रुपए किलो तक पहुंच चुके हैं।
आकाशगंगा सब्जी मार्किट के कार्यकारी अध्यक्ष अमृतपाल कुकरेजा ने बताया कि दुर्ग जिले की बाड़ियों से सब्जी की आवाक बंद होने के बाद अब ओड़िशा, आंध्रप्रदेश, राजस्थान, बैंगलोर आदि से सब्जियां औऱ् टमाटर आ रहे हैं। व्यापारियों ने कहा कि, अगले दो से ढाई महीने अब सब्जी के ऐसे ही दाम रहेंगे। क्योंकि गर्मी की वजह से फसल सूख गई है और बारिश में सब्जियां ज्यादा आती नहीं। इधर बढ़े हुए दाम से ग्राहक भी परेशान है। कुछ तो सब्जी का दाम सुनकर ही लौट गए तो कुछ ने सब्जी की क्वालिटी में कटौती कर ली।