बिहार में बाढ़ से मोदी सरकार चिंतित, अब NDA ने बनाया ‘मास्टर प्लान’
बिहार में बाढ़ की समस्या को स्थायी रूप से हल करने के लिए केंद्र सरकार ने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है. इस समिति ने हाल ही में बिहार के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में केंद्र द्वारा राज्य में बाढ़ से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर व्यापक चर्चा हुई. जल संसाधन विभाग के अनुसार, यह पांच सदस्यीय समिति राज्य के अधिकारियों से मुलाकात करके केंद्र के विभिन्न उपायों पर चर्चा की. बैठक में बिहार के अन्य वरिष्ठ मंत्री अशोक चौधरी और बिजेंद्र प्रसाद यादव भी शामिल हुए. इस बैठक में समिति के सदस्यों ने मंत्री को बाढ़ प्रबंधन एवं नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार की विभिन्न परियोजनाओं के बारे में अवगत कराया.
बाढ़ प्रबंधन के लिए परियोजनाएं
वहीं समिति ने राज्य में बाढ़ प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार द्वारा तैयार की गई कई परियोजनाओं की जानकारी दी. इनमें से कई परियोजनाएं बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में जल निकासी और तटबंधों की मरम्मत से संबंधित हैं. इसके अलावा, समिति ने जलस्रोतों के प्रबंधन और बाढ़ पूर्वानुमान तंत्र को मजबूत करने के उपायों पर भी चर्चा की.
जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष से मुलाकात
समिति के सदस्यों ने जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा से भी मुलाकात की. संजय झा वर्तमान में राज्यसभा सदस्य हैं और पहले राज्य में जल संसाधन मंत्री रह चुके हैं. उनकी विशेषज्ञता और अनुभव का लाभ उठाते हुए समिति ने उनसे भी महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त किए.
बिहार में बाढ़ की स्थिति
हर साल मानसून के दौरान बिहार के कई जिले बाढ़ से प्रभावित होते हैं. इस वर्ष भी गंडक और कोसी नदियों का जलस्तर कुछ स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. गंडक नदी गोपालगंज के डुमरिया घाट पर और कोसी नदी खगड़िया के बलतारा में लाल निशान से ऊपर बह रही है. अररिया जिले में बकरा और परमान नदियों में आई बाढ़ से कई निचले इलाकों में पानी भर गया है.
नदियों का बढ़ता जलस्तर
छोटी नदियों के जलस्तर में भी वृद्धि देखी जा रही है, जिससे कई स्थानों पर नदियों का पानी तराई इलाकों में फैलने लगा है. बाढ़ की इस समस्या के कारण करोड़ों लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है. राज्य के जल संसाधन विभाग ने इन नदियों की निगरानी बढ़ा दी है और संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है.