लगातार ट्रेनों को रद्द करने के विरोध में* *और यात्री सुविधा बहाल करने* *कांग्रेसियों ने घेराव कर रेल मंत्री* *और डीआरएम के नाम का ज्ञापन सोपा*
प्रदेश कांग्रेस के निर्देशानुसार पूर्व विधायक अरुण वोरा के नेतृत्व में आज दुर्ग जिला कांग्रेस कमेटी व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने दुर्ग स्टेशन का घेराव कर यात्रियों की सुविधा के लिए 72 रद्द ट्रेनों को वापस चालू करने रेलमंत्री ओर डीआरएम के नाम का ज्ञापन मुख्य स्टेशन प्रबंधक को सोपा ।
ज्ञापन देने के पूर्व कांग्रेसियों द्वारा दुर्ग स्टेशन में रेल मंत्री ओर रेलवे प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की ।
पूर्व विधायक अरुण वोरा ने कहा कि रेलवे द्वारा लगातार आमजन रेलयात्रियों की उपेक्षा की जा रही है , लगातार ट्रेनों को रद्द किया जा रहा है । यात्री ट्रेनों को विलंब किया जा रहा है, टिकट दर भी दो गुना से ज्यादा कर दी गई है ,सामान्य ट्रेनों को बंद किया जा रहा है । जबकि सामान्य यात्री सामान्य ट्रेनों में यात्रा करते है ना कि वंदेभारत ट्रेनों में ।
अरुण वोरा ने बताया कि वर्तमान में भी 72 से अधिक ट्रेनों को राजनांदगांव कलमना रेलखंड के बीच तीसरी लाईन जोड़ने के नाम पर रद्द कर दिया गया है। खबर है 4 अगस्त से 19 अगस्त के बीच 72 यात्री ट्रेने प्रभावित रहेगी। रेलवे का यह कदम बेहद ही गैर जिम्मेदाराना और दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे समय में जब देश का प्रमुख त्योहार रक्षाबंधन है, छत्तीसगढ़ का प्रमुख त्योहार हरेली है। इस समय इतनी बड़ी संख्या में यात्री ट्रेनों को रद्द किया जाना रेल यात्रियों के ऊपर अत्याचार है। रेलवे को यदि मेंटेनेंस करना था तो इसके लिये काम की समय सारणी का ऐसा प्रबंध किया जाना चाहिये जिससे यात्री सुविधायें बाधित न हो।
पिछले चार वर्षो से देश की रेल सुविधाएं पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। यात्री ट्रेनों की बिना कारण बताये रद्द कर दिए जाने का फरमान जारी कर दिया जाता है। छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली सैकड़ो यात्री ट्रेनों को अनेको बार महीनो तक के लिए रद्द किया गया है। महीनो पहले यात्रा की योजना बना कर रिजर्वेशन करवाने वाले यात्री रेलवे की इस मनमानी से परेशान होते है। त्योहारों, छुट्टियों, शादी ब्याह के सीजनों मे रेल्वे बिना बताए, बिना कारण के यात्री ट्रेनों को रद्द कर देती है। रेल्वे द्वारा ट्रेनों को रद्द किये जाने का कारण मेंटेनेंस बताया जाता है। जबकि उन्ही ट्रेको पर यात्री ट्रेनों से 50 गुना अधिक क्षमता की मालवाहक ट्रेनों को चलाया जाता है। छत्तीसगढ़ से निकलने वाले कोयले का परिवहन कर दूसरे प्रदेश को भेजने के लिए भी छत्तीसगढ़ की यात्री सुविधाओं को बाधित किया गया।
रेलवे द्वारा जिस प्रकार से यात्री ट्रेनों के संचालन में लगातार कोताही बरती जा रही उससे स्पष्ट हो रहा की रेल्वे यात्री सुविधाओं की अपेक्षा मालवाहक गाड़ियों को ज्यादा प्राथमिकता दे रही। यह जानबूझकर किया जाने वाला षड़यंत्र है ताकि जनमानस में रेल अलोकप्रिय हो और मोदी सरकार रेलवे को निजी हाथों विशेषकर अडानी समूह को सौप सके। रेल देश के नागरिकों की सबसे सुलभ और लोकप्रिय सुविधा है। आजादी के पहले और बाद में भी सभी सरकारों ने घाटा उठा कर भी जनहित में रेल्वे का संचालन अनवरत जारी रखा। रेल्वे को बेचने का कोई भी प्रयास देश की जनता के साथ धोखा है, कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करती है।
कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि केंद्र सरकार यात्री ट्रेनों को नियमित चालन की व्यवस्था सुनिश्चित करें। साथ ही यात्री सुविधाओं विकलांग, बुजुर्ग, रिटायर्ड, सैनिकों, छात्रों, बच्चों को पूर्व में मिलने वाली रियायते बहाल की जाए तथा रेलवे के निजीकरण के षड्यंत्र पर तत्काल विराम लगे।
ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से पूर्व अध्यक्ष राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग आर एन वर्मा, दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल जिला कांग्रेस अध्यक्ष गया पटेल ,भिलाई जिला कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, सभापति राजेश यादव, ब्लॉक अध्यक्ष अलताफ अहमद, अजय मिश्रा, राजकुमार पाली , महीप सिंह भुआल प्रवक्ता नासिर खोखर, सुशील भारद्वाज, राजेश शर्मा, राजकुमार नारायणी, संजय कोहले, संदीप वोरा, रत्ना नरमदेव, फतेह सिंह भाटिया, आयुष शर्मा, गौरव उमरे, आनंद ताम्रकार, अय्यूब खान, मोहित वाल्दे, विमल यादव, बृजमोहन तिवारी, अनीश रजा, एनी पीटर, हेमंत तिवारी, संदीप बख्शी, राकेश, दीपक जैन सहित अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ता उपस्थित रहे ,
यह जानकारी प्रवक्ता नासिर खोखर ने दी ।