हमदानी मल्टीस्पेशिलिटी क्लिनिक ट्विीनसिटी का इनविजलाइन प्रदाता बना -डॉ शाहीन हमदानी
क्लियर एलाइनर्स के साथ अपनी मुस्कान में क्रांति लायें।
भिलाई /पिछले 11 वर्षों से भिलाई में अभ्यास कर रहे अग्रणी
ऑर्थोडॉन्टिस्ट और क्लियर एलाइगर विशेषज्ञ शाहीन हमदानी को इनविजलाइन, ने
प्रेस वार्ता लेकर बताया की एक अत्याधुनिक ऑथोंडॉन्टिक उपचार की पेशकश
करने पर हमें गर्व हो रहा है जो मेटल ब्रेसिज के बिना दांतों को सीधा
करने के लिए क्लियर एलाइनर का उपयोग करता है इनविनलाइन के साथ मरीज
पारंपरिक ब्रेसिज की परेशानी के बिना एक आत्मविश्वास भरी मुस्कान प्राप्त
कर सकते है ये इलाज थोड़ा महंगा जरूर है लेकिन आराम दायक और बेहतर है।
० व्यक्तिगत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अनुकूल है
हमदानी मल्टीस्पेशलिटी में डॉ. शाहीन हमदानी और उनकी टीम व्यक्तिगत
देखभाल और और परिणाम प्रदान करने के लिए समर्पित है। हम सटीक एलाइनर
बनाने के लिए उन्नत तकनीक का उपयोग करते हैं, जो दाँतों को धीरे क वांछित
स्थिति में ले जाते हैं। हमदानी मल्टीस्पेशलिटी क्लिनिक के मालिक,
ऑॅथोंडॉन्टिस्ट और क्लियर एलाइनर स्पेशलिस्ट डॉ हमदानी ने कहा, इनविजलाइन
ने हमारे ऑर्थोडॉन्टिक उपचार के तरीक को बदल दिया हैैं। आज ही परामर्श का
समय निर्धारित करें और अपने लिए इनविज़लाइन के लाभों की खोज करे, इस
दौरान डॉ हमदानी भी मौजूद रहे।
००बॉक्स में
लागों की दुवाओं का असर है कि आज मेरी बेटी भी डॉक्टर बन लोगों की कर रही है सेवा
भिलाई। नगर के जाने माने चिकित्सक एवं भिलाई नर्सिंग होम के संचालक डॉ.
अहमद हमदानी ने चर्चा के दौरान बताया कि मेरे द्वारा गरीबों व असहायों की
की गई सेवा से उन लोगो द्वारा मिले मुझे दुवाओं का ही असर है कि आज हमारी
बेटी शाहीन डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा कर रही है। उन्होंने बताया कि
पिछले पचास साल के इस डॉक्टरी पेशा में कई गरीबों व असहायों का मदद
किया। उन्होंने अपनी पुरानी यादों को साझा करते हुए कहा कि एक बार सेक्टर
9 हॉस्पिटल एक गरीब मरीज का जान बचाने सर्जरी बहुत जरूरी था, वहां के
डॉक्टरों ने मुझे वहंा सर्जरी के लिए बुलाया तो मैं गया और वहां उस मरीज
की सर्जरी की। उस समय इस सर्जरी के लिए कम से कम 18 हजार रूपये लगते थे
लेकिन मैंने उस मरीज की स्थिति को देखते हुए चार्ज नही लिया। वहीं मेरे
लायंस क्लब में रहने के दौरान फारेन से ठंढ में बहुत ही कीमती और उच्च
क्वालिटी के कंबल बांटने के लिए आया था जिसके बांटने की जिम्मेदारी मुझे
मिली तो मैने अपने टीम के साथ उन कंबलों को सबसे पहले जिला अस्पताल में
जाकर उन लोगों को बांटा जो वास्तव में ठंढ से कांप रहे रहे थे, और उनके
पास ओढने के लिए कुछ नही था। उसके बाद बचे कंबलों को लेकर यहां के रेलवे
स्टेशनों में पहुंचकर गरीबों और भिखारियों में वितरित किया। उन लोगों
द्वारा जो मुझे दुवाएं मिली आज उन्ही की दुवाएं है कि मैं इतने दशकों से
इस डाूक्टरी पेशा में मरीजों की सेवा कर रहा हूं और उन्ही की दुवाएं हेै
कि आज मेरी बेटी शाहीन भी डेन्टिस्ट है। पिछले 10 सालो 2014 से लोगों के
टेढे मेढे दांतों को ठीक करने का काम कर रही है। पहले डुप्लीकेट दांत
बनाकर दांत में फंसाने के लिए तार लगाते थे जिससे काफी तकलीफ होती थी। ये
दांत के मरीजों को छ: महिना तक लगाकर रखना पडता था। अब यूएस की कंपनी
इनविजलाइन ऐसी तकनीक ले आई है जिसमें दांत लगाने पर कोई दर्द नही होता है
और मात्र तीन महिने लगाना है, दिखने में भी अच्छा है और तार से भी मुक्ति
मिलेगी। मरीजों के दांतों को कैमरे में थ्री डी से स्केन कर दांतों को
पूरा मैपिंग कर ली जाती है जिससे दांतों की वर्तमान और आने वाले दिनों
के दांत की स्थिति पता चल जाता है कि कितना टेडा मेढा हो सकता है और क्या
परेशानी व बिमारी हो सकती है।
००बॉक्स में
डॉक्टरी कोर्स के दौरान डॉ. शाहीन कर चुकी है यूनिवर्सिटी टॉप
डॉ. हमदानी ने बताया कि उनकी बेटी डॉ. शाहीन शुरू से ही शिक्षा में
होशियार थी वे राजनांदगांव से बीडीएस और रूंगटा कॉलेज से एमडीएस की और वे
इस दौरान आयुष यूनिवर्सिटी में टॉप की थी।
ज्ञातव्य हो कि डॉ. हमदानी शुरू से ही समाज सेवा में अग्रणी रहे है, और
वे लोगों की भलाई के लिए हमेशा तत्पर रहे है। डॉ. हमदानी लायंस क्लब से
जुडकर लोगों की बहुत सेवा की। वे भिलाई लायंस क्लब के अध्यक्ष आईएमए का
भिलाई का अध्यक्ष, आईएमए के छग स्टेटे प्रसिडेंट, व नर्सिंग होम एसोसिएशन
का प्रदेश अध्यक्ष व भिलाई का अध्यक्ष भी रह चुके है, और वे इस क्षेत्र
में भी कामी कार्य किये हैं।
००बॉक्स में
बहुत अच्छी सिंगर भी है डा. शाहीन
बता दें कि शाहीन हमदानी टेलैंटेंड डॉक्टर से साथ ही वे बहुत अच्छी सिंगर
भी है, वे जब कभी किसी स्टेज पर गाना गाती है तो सबको मंत्रमुग्ध कर देती
है। उन्होंने बताया कि वे सिंगिंग उनका हॉबी है और वे बचपन से ही गानों
की शौकीन है, और वे बचपन से ही फिल्मी गानों को गुनगुनाते रहती थी और
अच्छे गायकों को सुनते रहती थी, उसका असर ये हुआ कि वे घर में गुनगुनाते
गुनगुनाते अच्छी सिंगर भी बन गई है और लायंस क्लब सहित कई अपने अपने खास
सामाजिक कार्यक्रमों के स्टेज पर भी सिंगिग करने लगी है, अब तो व जिस
कार्यक्रम में रहती है तो वो वहां उपस्थित लोग खुद ही कह कर कर उनको
स्टेज पर भेजकर उनका गाना जरूर सुनते है।