November 23, 2024

फील परमार्थ फाउंडेशन, सेक्टर-3 में बाउंड्री वाॅल निर्माण कार्य का हुआ भूमिपूजन

भिलाई इस्पात संयंत्र के तत्वाधान में निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग के सहयोग से फील परमार्थ फाउंडेशन, सेक्टर-3 में किए जा रहे बाउंड्री वाॅल निर्माण कार्य का 06 अगस्त 2024 को भूमिपूजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भिलाई इस्पात संयंत्र के पूर्व कार्यपालक निदेशक (रावघाट) श्री समीर स्वरूप, महाप्रबंधक (सीएसआर) श्री शिवराजन, ग्रामीण यांत्रिकी सेवाएं, दुर्ग के सदस्य, वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) श्री सुशील कामड़े, उप प्रबंधक (सीएसआर) श्री कमलकांत वर्मा सहित संस्था के हितग्राही सदस्यगण उपस्थित थे।
इस्पात नगरी के मध्य सेक्टर-3 में स्थित फील परमार्थ फाउंडेशन भी एक समाजसेवी संगठन है जो दुर्ग जिले में लावारिश और भीख मांगने वाले बेसहारा लोगों के लिए कार्य करती है। यह संगठन भी लोगों के सहयोग हेतु कार्य कर रही है। इस संगठन में लगभग 40 से 50 बेसहारा लोगों को शरण दी जाती है और इनका उपचार भी कराया जाता है। स्वस्थ होने के बाद ऐसे लोगों को उनके परिजनों तक पहुंचा दिया जाता है या फिर जिनका कोई नहीं होता उनको फील परमार्थ फाउंडेशन सहारा देता है।
इनके भवन की बाउंड्री वाॅल जगह-जगह से खराब हो गई थी और ऊंचाई में कम थी जिसके कारण इन्हें लोगों को रखने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। इसके लिए इन्होंने भिलाई इस्पात संयंत्र से सहयोग की अपेक्षा की। इस आधार पर संयंत्र के सीएसआर विभाग द्वारा इनके भवन की बाउंड्री वाॅल के लिए राशि का प्रावधान किया गया है। इस कार्य को ग्रामीण यांत्रिकी सेवाएं, दुर्ग के माध्यम से किया जाएगा।
संयंत्र अपने कई सार्थक पहलों के माध्यम से लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने का प्रयास कर रही है। इन्हीं पहलों के तहत दिव्यांगजनों को निःशुल्क सहायक उपकरणों का वितरण किया जाता है, मिशन लक्ष्मी के माध्यम से महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण, गिफ्ट मिल्क स्कीम के माध्यम से बच्चों को पौष्टिक दुध का वितरण किया जाता है। भिलाई इस्पात संयंत्र अपने उत्पादन प्रक्रिया में नए प्रणालियों का समावेश करने के साथ-साथ क्षेत्र के विकास में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इसके अतिरिक्त भिलाई इस्पात संयंत्र, रावघाट खदान क्षेत्र तथा सुदूर अंतः क्षेत्रों में भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने तथा उनके विकास हेतु समग्र प्रयास कर रही है।

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