छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस: संस्कृति, स्वाभिमान और समृद्धि का प्रतीक
छत्तीसगढ़, भारत का 26वां राज्य, 1 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश से विभाजित कर पृथक राज्य का निर्माण कर लिया गया। यह राज्य प्राचीन काल में दक्षिण कौशल के नाम से जाना जाता था।
छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपराएं अनूठी हैं। यहाँ के लोग पारंपरिक हैं और अपने पारंपरिक रीति-रिवाजों और मान्यताओं का पालन करते हुए सरल तरीके से जीने में विश्वास करते हैं। यह उनके भोजन की आदतों, त्योहारों, वेशभूषा, आभूषणों, लोक नृत्य और संगीत में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
छत्तीसगढ़ का क्षेत्रफल लगभग एक लाख 35 हजार 361 वर्ग किलोमीटर है। क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का 9वां और जनसंख्या की दृष्टि से 16 वां बड़ा राज्य है। इसके कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का लगभग 44 प्रतिशत इलाका वनों से परिपूर्ण है। वन क्षेत्रफल के हिसाब से छत्तीसगढ़ देश का तीसरा बड़ा राज्य है।
यहाँ के प्राचीन मंदिर तथा उनके भग्नावशेष इंगित करते हैं कि यहाँ पर वैष्णव, शैव, शाक्त, बौद्ध संस्कृतियों का विभिन्न कालों में प्रभाव रहा है। एक संसाधन संपन्न राज्य, यह देश के लिए बिजली और इस्पात का एक स्रोत है, जिसका उत्पादन कुल स्टील का 15% है। छत्तीसगढ़ भारत में सबसे तेजी से विकसित राज्यों में से एक है।