अमृत सरोवर योजना से करोड़ों का घोटाला किया – राजेश नाग
केन्द्र के योजना को धरातल तक नहीं उतारा बल्कि उसके नाम से पैसों का किया बंदरबांट
सुकमा : ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकर द्वारा 24 अप्रैल 2022 को योजना प्रारंभ किया गया है, जिसका प्रमुख उद्देश्य गांव में जल संरक्षण के साथ ही सरोवर (तालाब) का विकास करना और ग्रामीण विकासखंड मंत्रालय द्वारा संचालित योजना के तहत् तालाब निर्माण में स्थानिय पंजीकृत मजदूरों की मदद से निर्माण करना और रोजगार देना । कोन्टा ब्लॉक में अधिकांश तालाब का निर्माण मशीनों के द्वारा कराया गया । कागज़ों पर एक पक्ष कारवाई कर लाखों रुपए का राशि का बंदरबाट किया गया । अधिकांश मस्टररोल भी फर्जी बनाया गया है, और कुछ पंचायतों में पहले ही बना हुआ तालाबों पर मशीनों से कार्य कर अमृतसर के नाम से दर्ज कर लाखों – लाखों रुपए का पैसा आहरण कर अधिकारियों द्वारा राशि का बंदरबांट किया गया है। सरकर की योजना धरातल पर अधिकारियों द्वारा किस तरह फर्जीवाड़ा कर मजदूरो की मजदूरी की डाका डालने का काम कर रहे हैं।अमृत सरोवर के नाम से शासन के योजना को किस तरह फर्जीवाड़ा कर करोड़ों रुपए का बंदरबांट हुआ है,जो फर्जी वाड़ा हुआ है इन सभी कार्यों की उचित जांच किया जाए और जांच टीम में विभागीय अधिकारियों को संलिप्त न किया जाए। जो भी दोषी अधिकारी हो उसके खिलाफ कड़ी दण्नात्मक कारवाई किया जाएं।
राजेश नाग
प्रदेश उपाध्यक्ष
ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन छ.ग.