November 15, 2024

युवा प्रतिभाओं को निखारने युवा महोत्सव बेहतर मंच: विधायक आशीष छाबड़ा

युवा प्रतिभाओं को निखारने युवा महोत्सव बेहतर मंच: विधायक आशीष छाबड़ा संगीत,कला और संस्कृति के रंगों से सजा युवा महोत्सव का मंच खेल व युवा कल्याण विभाग जिला बेमेतरा द्वारा ग्राम जेवरा में ‘गढबो नवा छत्तीसगढ़’ की थीम पर आयोजित ब्लाक स्तरीय युवा महोत्सव में मुख्यअतिथि मान.अशीष छाबड़ा जी विधायक बेमेतरा हुऐ शामिल…

सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ महतारी की तैलचित्र में माल्यार्पण कर,दीप जलाकर महोत्सव का शुभारंभ किया इस अवसर पर विधायक आशीष छाबड़ा ने संबोधित करते हुए कहा कि खेल व युवा कल्याण विभाग जिला बेमेतरा द्वारा आज ग्राम जेवरा के इस स्कूल प्रांगण में ‘गढबो नवा छत्तीसगढ़’ की थीम पर ब्लॉक स्तरीय युवा महोत्सव में भव्य आयोजन रखा गया है,प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ की युवाओं को विशेष अवसर एवं मंच प्रदाय करने सांस्कृतिक गतिविधियों से युवाओं को जोड़ने एवं उनके प्रतिभाओं को निखारने के उद्देश्य गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की परंपरा को साकार करने के लिए युवा महोत्सव जैसे इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कर युवाओं की प्रतिभा निखारने का सशक्त माध्यम है एक निश्चित सोंच के साथ आगे बढ़ने पर लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है. युवा देश का भविष्य हैं. उन्हें अपनी ताकत पहचानने की जरूरत है. प्रतिभाएं हर किसी में छुपी होती है, बस उसे मंच प्रदान कर निखारने की जरूरत है. इस तरह के युवा महोत्सव के जरिए युवाओं को अपनी प्रतिभा को जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा प्रदेश में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों की शुरुआत कर छत्तीसगढ़ के परम्परागत खेलों को बढ़ावा दिया है और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया है,इन खेलों में लोगों की खासी दिलचस्पी है,छत्तीसगढ़ के हर क्षेत्र के बच्चों से लेकर वरिष्ठ नागरिक छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों में भाग ले रहे हैं,छत्तीसगढ़ अपनी समृद्ध और अनूठी संस्कृति और परंपरा के लिए जाना जाता है,पारंपरिक खेलों का राज्य की संस्कृति में विशेष स्थान है,हालांकि, जैसे-जैसे आधुनिक सभ्यता विकसित हो रही है, लोग धीरे-धीरे अपनी पुरानी संस्कृति और परंपराओं को भूल रहे है, इसी को ध्यान में रखते हुए, पारंपरिक खेलों के युग को वापस लाने और इन खेलों को फलने-फूलने के लिए माहौल बनाने के छत्तीसगढ़िया ओलंपिक’ खेल शुरू किए है,इसका उद्देश्य युवा पीढ़ी को हमारी संस्कृति और परंपरा से अवगत कराना है,खेल न केवल मनोरंजक हैं बल्कि अच्छे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए भी फायदेमंद हैं,छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति हमारी धरोहर है,पारंपरिक खेलों की प्रतिस्पर्धा हुई जिसमे गिल्ली, डंडा, कंचे भंवरा, कंचे , गेड़ी दौड़,फुगड़ी,रस्साकशी ,कबड्डी , खो, खो जैसे खेलों में खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रर्दशन किया छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा विलुप्त होती जा रही प्राचीन ग्रामीण परंपराओं का पुनर्जीवित करने का कार्य किया जा रहा है, इस आयोजन में बेमेतरा ब्लाक के अंतर्गत आने वाले ग्रामों से स्कूलों से प्रतिभागियों ने विभिन्न विधाओं में लोकनृत्य, लोकगीत, एकांकी नाटक, करमा नाचा,सुआ नाचा,चित्रकला, भाषण, वाद विवाद,कबड्डी खेल,खो–खो खेल,फुगड़ी, गेड़ी दौड़,भावरा प्रतियोगिता सहित अन्य खेल,विधा में अपनी प्रस्तुति दी,मै अपनी ओर से सभी प्रतिभागियों को बधाई, शुभकामनाएं दी इस अवसर पर बंसी पटेल अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी बेमेतरा, अरविंद मिश्रा जिला शिक्षा अधिकारी बेमेतरा,लुकेश वर्मा अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बेमेतरा,शशिप्रभा गायकवाड सदस्य जिला पंचायत बेमेतरा,मिथलेश वर्मा उपाध्यक्ष जनपद पंचायत बेमेतरा, रामसिंग ठाकुर, प्रकाश सिंह,राजेन्द्र वर्मा,खेमराज वर्मा, बसंत जोशी,रामजी कोशले,श्रीमती संध्या ठाकुर सरपंच,राजकुमार,रामकुमार सेन, उमेदभास्कार,मुरारी सिंह, रामकुमार सेन,शैलेनद्र साहू, इंदर मलारे,अमित वर्मा,अमरचंद गायकवाड,चैन वर्मा,ब्लाक शिक्षा अधिकारी खरे,नाग,दिनेश शर्मा, उपेन्द्र सेंगर,सतीश शर्मा,गजानद ठाकुर,सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी, छात्र/छात्रा रहे उपस्थित l

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