December 23, 2024

सुकमा जिला के माओवादी के PLGA बटालियन के कोर क्षेत्र गोमगुडा़ में स्थापित किया गया नवीन सुरक्षा कैम्प

 

सुकमा: छत्तीसगढ़़ शासन द्वारा नियद नेल्ला नार योजना अन्तर्गत किया गया है सुरक्षा कैम्प का स्थापना नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापना होने से माओवादी के PLGA बटालियन के सुरक्षित गढ़ में माओवादी के विरूद्ध अभियान संचालन करने में आसान होगा नवीन कैम्प स्थापित होने से कैम्प के आस-पास क्षेत्रों में निवासरत् आम जन लोगों को शासन के मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिल पायेगा वर्ष 2024 में माओवादियों के कोर क्षेत्रों में सुरक्षा बलों द्वारा कुल 10 नवीन कैम्पों की स्थापना किया गया है
नवीन सुरक्षा कैम्पों की स्थापना होने से नक्सल उन्मूलन में तेजी आई है, जिसके फलस्वरूप वर्ष 2024 में नक्सल विचारधारा को त्यागकर 326 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किये एवं सुरक्षा बलों ने विभिन्न अभियानों से 289 माओवादियों को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित हुई है।

सुकमा जिला के अंदरूनी क्षेत्रों नक्सल उन्मूलन एवं विकास कार्यो में तेजी लाने हेतु सुन्दरराज पी. पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज जगदलपुर (छ0ग0), कमलोचन कश्यप पुलिस उप महानिरीक्षक, रेंज दंतेवाड़ा, आंनद सिंह राजपुरोहित, उप महानिरीक्षक (परि.) सीआरपीएफ रेंज सुकमा के मार्ग-दर्शन एवं किरण चव्हाण पुलिस अधीक्षक, जिला सुकमा, हरविन्दर सिंह, कमाण्डेन्ट 241 वाहिनी सीआरपीएफ, अमित चौधरी कमाण्डेन्ट 201 वाहिनी कोबरा, पवन कुमार सिंह कमाण्डेन्ट 203 वाहिनी कोबरा, पुष्पेन्द्र कुमार कमाण्डेन्ट 206 वाहिनी कोबरा के निर्देशन में छत्तीसगढ़ शासन से संचालित नियद नेल्ला नार योजना के तहत माओवादियों के PLGA बटालियन के सुरक्षित कहे जाने वाले कोर क्षेत्र में नवीन सुरक्षा कैम्प गोमगुड़ा दिनांक 20.12.2024 को स्थापित किया गया। नवीन कैम्प स्थापित होने से क्षेत्र में माओवादियों के विरूद्ध अभियान संचालन करने में आसान होगा एवं गोमगुड़ा, करनगुड़ा, मीनागट्टा, जिलोड़गुड़ा, मोरपल्ली, गोलागुड़ा व आप-पास क्षेत्रों में निवासरत् आम जन लोगों का विकासात्मक कार्य एवं मूलभूत सुविधाऐ जैसे कि सड़क, पुल/पुलिया निर्माण, बिजली, पानी, स्वास्थ्य सुविधा, पीडीएस दुकाने, अच्छी शिक्षा, मोबाईल कनेक्टिविटी का विस्तार आदि की सुविधायें मिल पायेगा। नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित होने से क्षेत्र के आम-जन उत्साहित है।

विदित हो कि वर्ष 2024 में नियद नेल्ला नार योजना अन्तर्गत जिले में माओवादियों के सुरक्षित कहे जाने वाले कोर क्षेत्रों में 10 नवीन सुरक्षा कैम्प टेकलगुड़ेम, पुवर्ती, मुकराजकोण्डा, दुलेड़, पुलनपाड़, लखापाल, तुमालपाड़, रायगुडे़म, गोलाकोण्डा, एवं गोमगुड़ा नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित की गई है। लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव से माओवादी विचारधारा को त्यागकर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने के उद्देश्य से 326 माओवादियों के द्वारा आत्मसमर्पण किये एवं विभिन्न नक्सल विरोधी अभियानों में 26 हार्डकोर माओवादियों को मार गिराने तथा 289 माओवादियों को गिरफ्तार करने मे सफलता अर्जित की गई है।