January 10, 2025

एजुकेशन हब सिविक सेंटर के कोचिंग सेंटरों के आस पास का स्थान बना खुला मयखाना

कोचिंग संस्थानों के आस पास रसूखदार नशेडिय़ों का जमावड़ा
कोचिंग करने वाले छात्रों पर पड़ रहा है बेहद गलत असर
नशेड़ी खाली बोतले व जूठा चखना कोचिंग के सामने छोड़कर जा रहे
कोचिंग एसोसिएशन के पदाधिकारी जल्द कलेक्टर व एसपी को सौंपेंगे ज्ञापन
भिलाई। एजुकेशन हब के नाम से प्रसिद्ध हो चुके ट्वीनसिटी भिलाई के सिविक
सेंटर में कोचिंग संस्थान वाले एवं कोचिंग के छात्र दोनो बेहद परेशान है
क्योंकि कोचिंग सेंटर बंद होने के बाद इन कोचिंग संस्थाओं के आस-पास
अमीरजादे नशेडिय़ों का जमावड़े से यह जगह मयखाना बन जा रहा है। सिविक
सेंटर स्थित सरकारी शराब दुकान से लोग शराब लेकर सीधे कोचिंग संस्थानों
के आस-पास पहुंचकर शराब का जमकर रसपान कर रहे है और चखना और खाली
बोतलें,सिगरेट व अन्य मादक पदार्थ व गंदगी कोचिंग सेंटर के बाहर छोड़कर
चले जा रहे है। इन सारी घटना से सभी कोचिंग वाले अत्यधिक परेशान है।
शिक्षा का मंदिर कहलाने वाला कोचिंग सेंटर नशेडिय़ों की वजह से जहां एक
दागदार हो रहा है वहीं दूसरी ओर स्थानीय पुलिस की पेट्रोलिंग टीम व
आबकारी विभाग की पेट्रोलिंग पार्टी पर भी बड़ा प्रश्नचिन्ह लग रहा है।
इसके कारण कोचिंग करने वाले युवाओं पर बेहद गलत प्रभाव पड रहा है। इसके
अलावा युवाओं को नशे की आगोश में लाने के लिए सूखा व गीला नशे की सामग्री
बेचने वाले युवाओं को इसके चंगूल में फंसाने का भी कार्य कर रहे है, इसके
कारण देश के भविष्य युवा पीढी भी इसके कारण बर्बाद हो रहे है। नशे के
विरुद्ध संकल्प अभियान चलाने वाली दुर्ग पुलिस का ध्यान आखिरकार इन जगह
पर क्यों नहीं जा रहा और नशेडिय़ों पर शिकंजा कसने में पुलिस व आबकारी
विभाग फिसड्डी क्यों साबित हुआ। कोचिंग संस्थानों के पास लग्जरी गाडिय़ों
में रसूखदार युवक-युवतियां सूखे व गीले नशे का जबरदस्त रसपान कर रहे है।
इन्हे रोका-टोकी करने वाला कोई नहीं है। बस उनको रात्रि के समय केवल इसका
इंतजार रहता है कि कोचिंग संस्थान कब बंद हो रहा है और अंधेरे का फायदा
उठाते हुए सारे गलत कृत्य इन कोचिंग संस्थानों के सामने आस पास शुरू हो
जाता है। यही नही इसके अलावा जयंती स्टेडियम भिलाई होटल के सामने हैलीपेड
ग्राउंड में इन दिनों इन रईसजादों व शराबियों व नशेडिय़ों के साथ असामाजिक
तत्वों का अड्ड बन गया है। यहां सूरज ढलने के बाद यहां से शरीफ लोगों का
व खासतौर से महिलाओं का आना जाना भी अब भारी जोखिम हो गया है, किसके साथ
कब क्या घटनाएं हो जाये यहां कहा नही जा सकता। शाम ढलने के बाद यहां
लड़के लड़कियों का प्रेमप्रसंग भी चरमसीमा पर रहता है, जिससे आने जाने
वालों की आंखें शर्म से खुद झुक जाता है। तत्कालिक कांग्रेस सरकार में
भाजपा के नेताद्वय कांग्रेस पर लगातार ये आरोप लगा रहे थे कि सेक्टर
एरिया के सभी ग्राउंड ओपन बार में तब्दील है। लेकिन सुशासन की इस सरकार
में भी वहीं हाल जो कांग्रेस की तत्कालिक सरकार में देखा जा रहा था वो
हुबहु आज भी देखने को मिल रहा है। सुशासन की इस सरकार में बैठे हुए
राजनेताओं की छवि को नौकरशाह किस तरह पलिता लगा रहे है। ये सारा दृश्य इन
जगहों पर जाकर देखा जा सकता है। हद तो यह हो गई है कि कम उम्र की
युवतियां भी खुलेआम धूम्रपान व शराब और बीयर का सेवन करते हुए देखी जा
रही है। उक्त युवतियां व युवक भी ऐजुकेशन के लिए भिलाई से बाहर के जिसमें
पूरे छग के साथ साथ अन्य प्रदेशों से भिलाई आई हुई है और इसमें 95
प्रतिशत बडे बडे पदों पर आसानी अधिकारियों व ओहदेदारों के घर के युवक व
युवतियां है जो यहां शिक्षा के नाम पर आकर बिगडैल नवाबजादे व नवाबजादी बन
गई है। इनके कारण भिलाई की संस्कृति व माहौल पूरी तरह खराब हो चुका है,
और अधिकांश पढऩे वाली युवतियां हॉस्टल या पेइंग गेस्ट के रुप में रह रही
है। पालकों का किसी भी तरह का कोई खौफ नहीं है। तो फिर शासन-प्रशासन का
खौफ कहां से दिखेगा। इन दिनों बिना नंबर काली फिल्म व हुटर शूटर लगी
गाडिय़ों में सभी प्रकार के गलत कृत्य धड़ल्ले से सिविक सेंटर क्षेत्र में
हो रहे है। लेकिन जिला व पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अनभिज्ञ बना हुआ है।
नाराज कोचिंग सेंटरों के संचालक जल्द मिलेंगे संभागायुक्त,कलेक्टर और एसपी से
रात को खुले मयखाने में तब्दील कोंचिग सेंटरों का स्थान बन जाने से जल्द
बेहद नाराज कोचिंग सेंटरों के संचालक व कोचिंग एसोसिएशन के लोग दुर्ग
संभागायुक्त, कलेक्टर व एसपी से मिलकर सिविक सेंटर स्थित शराब दुकान को
हटाने व बंद करने की मांग लेकर उनके समक्ष पहुंचने वाले है ताकि एजुकेशन
हब भिलाई में पढऩे वाला प्रत्येक बच्चा नशे के आगोश में ना जाए और युवा
देश व समाज की रीढ़ है। उसे नशे से बचाना है और इन असामाजिक तत्वों की
हरकतों से निजात दिलाना है, ताकि पढऩे-लिखने वाला युवा इन गलत संगत में
पढ़कर अपना भविष्य चौपट ना करें। युवा एजुकेशन हब भिलाई में अपना भविष्य
संवारने हजारो कि.मी. दूर से आया है लेकिन नशे के कारोबारी इन्हे अपने
गिरफ्त में लेने से जरा भी नहीं चूक रहे है। दुर्ग पुलिस का संकल्प
अभियान पर भी बड़ा प्रश्नचिन्ह है। कि नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान
में वर्ष 2025 के एक सप्ताह से ज्यादा बीत जाने के बाद भी नशे के
कारोबारियों पर किसी तरह का शिकंजा दुर्ग पुलिस ने नही कस पाई है। पुलिस
के बडे अधिकारियों को चाहिए कि अभियान चलाकर सिविक सेंटर व आसपास के
क्षेत्र में सूखे व गीले नशे के कारोबारियों पर सख्ती बरते और भारी भरकम
जुर्माना वसूली के साथ ही कानूनी कार्यवाही करने का कार्य करें ताकि
सिविक सेंटर का बिगड़ा हुआ माहौल सही हो पाए। अब देखना यह है कि दुर्ग
पुलिस व जिला प्रशासन इस ओर कब तक ध्यान देगा।
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