January 22, 2025

भिलाई सेक्टर 6 कालीबाड़ी के प्रांगण में सत्संग विहार चरोदा भिलाई द्वारा श्रीश्री ठाकुर अनुकूल चंद्र का 137 वा जन्म महोत्सव पूरे उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

इस अवसर पर चरोदा सत्संग विहार मंदिर में पूजा अर्चना के उपरांत सुबह 10 बजे सेक्टर 6 कालीबाड़ी में भजन कीर्तन एवं बंदे पुरुषोत्तम का जयघोष से कार्यक्रम की शुरूआत की गई ।

इसके पश्चाद धर्म ग्रंथों के पाठ तथा बाहर से आए ठाकुर जी के ऋत्विकों के द्वारा प्रवचन का आयोजन किया गया। प्रवचन में उड़ीसा से आए जयंत दास ने कहा कि अहंकार से कुछ हासिल नहीं होता जो ठाकुर जी से प्रेम करते है। वही ठाकुर जी को जान पाएंगे, ठाकुर अनुकूल चन्द्र जी चाहते थे की सभी आपस में प्रेम करें, प्रवचन के माध्यम से बताया गया कि दूसरे की मंगल कामना का विचार रखना ही बड़ी बात है। ठाकुर जी ने प्रेम का संदेश दिया था। माता, पिता मां, बेटी, पड़ोसी से प्रेम करना चाहिए. जो लोग दीक्षा के समय शपथ लिए उसे याद करना है। एम्स अस्पताल के डॉ अजय बेहरा ने प्रवचन के माध्यम से ठाकुर जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला तथा ठाकुर अनुकूल चंद्र जी के बताए रास्ते पर चलने का संकल्प दिलाया। धर्म सभा में वक्ताओ ने कहा कि सत्संग से मानवरुपी जीवन सफल हो जाता है। सभा में अनेकों ने अपने विचार प्रकट किए। दोपहर 1 बजे से लेकर शाम तक चले आनंद बाजार भंडारा में 4 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने चावल दाल सब्जी चटनी का महा प्रसाद ग्रहण किया। सुबह बाहर से आए सैकड़ों गुरु भाई बहनों को स्वल्हार से लेकर रहने की व्यवस्था उपलब्ध कराया गया था। कार्यक्रम में अच्छी खाशी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी थी । कार्यक्रम के मुख्य संचालक एसपीआर सुशांत सेनगुप्ता ने बताया कि हम सभी ठाकुर अनुकूल चन्द्र जी की 137वीं वार्षिक जन्म जयंती मना रहे है और इस आयोजन कार्यक्रम में 5 हजार से अधिक अगुवाई उपस्थित होकर सत्संग का आनंद लिया तथा कार्यक्रम में भिलाई नगर सेक्टर 6 कालीबाड़ी समिति का विशेष योगदान रहा है। आयोजन कार्यक्रम की व्यवस्था सुमन शील ने किया । आतिशबाजी के साथ शाम को उत्सव कार्यक्रम का समापन किया गया। जन्मोत्सव कार्यक्रम में कांकेर पखांजूर, बिलासपुर, धमतरी, रायपुर, माना, राजनंदगांव डोंगरगढ़ के अलावा उडीसा, मध्यप्रदेश, झारखंड से भी सत्संगी गुरु भाई पहुंचे थे । इस अवसर पर मेला भी लगा था जहां पर आए लोगों ने झारखंड देवघर के विभिन्न दवाई एवं किताबों की खरीददारी की गई । जन्मोत्सव को सफल बनाने में मुख्य रूप से पूर्णचंद्र साहू, जगाई दास, विकास सरकार, धूरुती पटनायक,, प्रभात राय, परशुराम , समिता मोहंती, ज्योतिका दास, मिता दास आदि का सराहनीय योगदान रहा है।