आरक्षण के प्रावधानों पर जागरूकता हेतु तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा मानव संसाधन विभाग के अधिकारियों, अतिरिक्त श्रम कल्याण अधिकारियों और एससी/एसटी और ओबीसी कर्मचारी संघों के पदाधिकारियों के लिए 4 से 6 मार्च 2025 तक भिलाई प्रबंधन विकास केंद्र (बीएमडीसी) में आरक्षण प्रावधानों पर कार्यशालाओं की एक श्रृंखला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) श्री संदीप माथुर तथा विशेषज्ञ वक्ता के रूप में भारत सरकार के पूर्व उप सचिव श्री सी सी कृष्णमूर्ति उपस्थित थे।
मानव संसाधन अधिकारियों के लिए दो दिवसीय कार्यशाला
कार्यशाला के प्रथम सत्र में संयंत्र के सभी विभागों और खदानों के मानव संसाधन अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यशाला का नेतृत्व भारत सरकार के पूर्व उप सचिव श्री सी सी कृष्णमूर्ति ने किया। श्री कृष्णमूर्ति ने संविधान के निर्माण के समय की सामाजिक परिस्थितियों और तत्कालीन समाज के उत्थान हेतु बाबासाहेब अम्बेडकर द्वारा प्रस्तुत आरक्षण के प्रावधानों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने समय के साथ नियुक्तियों और पदोन्नतियों में आरक्षण की प्रणाली और उस संबंध में दस्तावेजों की भी विस्तृत व्याख्या की। उन्होंने उदाहरणों के माध्यम से रोस्टर के दौरान रजिस्टर में होने वाली सामान्य त्रुटियों को स्पष्ट किया। उन्होंने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, विकलांग व्यक्तियों, पूर्व सैनिकों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की सहायता के लिए लागू प्रावधानों की भी व्याख्या की और प्रतिभागियों की विषय संबंधी कठिनाइयों का समाधान किया।
मुख्य महाप्रबंधक श्री माथुर ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संविधान की मूल भावना का पालन करते हुए सभी प्रकार के आरक्षण का कानूनी अनुपालन सुनिश्चित करना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि संयंत्र के अधिकारीगणों को संविधान के सभी प्रावधानों से पूर्णतः अवगत कराने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन कर संबंधित दस्तावेजों की जांच हेतु श्री कृष्णमूर्ति जैसे विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने सभी अधिकारियों को इस अवसर का लाभ उठाने और अपने ज्ञान को बढ़ाने का आग्रह किया।
महाप्रबंधक (मानव संसाधन-वर्क्स) श्री सूरज सोनी ने कार्यशाला में उपस्थित सभी अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से उन्हें विशेषज्ञ का परामर्ष लेने का अवसर प्राप्त हुआ है और इस अवसर को प्रदान करने के लिए औद्योगिक संबंध विभाग के अधिकारियों को बधाई दी।
महाप्रबंधक (मानव संसाधन, नॉन-वर्क्स व खदान) श्री जे एन ठाकुर ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत करते हुए कहा कि अपूर्ण जानकारी और अफवाह के बीच ज्यादा अंतर नहीं होता है। मानव संसाधन विभाग के अधिकारियों के लिए यह जानना और समझना जरूरी है कि आरक्षण की अवधारणा कैसे और क्यों शुरू हुई और इसे लागू करने में वर्षों में क्या बदलाव आए हैं। उन्होंने विषय में तल्लीन होकर अध्ययन करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि उक्त विषय का अच्छा ज्ञान उन्हें बेहतर मानव संसाधन पेशेवर बनाएगा और उन्हें कार्यशाला में पूरी तन्मयता से भाग लेने का आग्रह किया।
एससी/एसटी और ओबीसी कर्मचारी संघों के पदाधिकारियों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला
इसी क्रम में बीएसपी एससी/एसटी कर्मचारी संघ और ओबीसी कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों हेतु भी एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। संघ के सभी प्रमुख पदाधिकारी और उपस्थित सदस्य ने कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से उनके विषय ज्ञान में वृद्धि हुई है।
समापन समारोह में मानव संसाधन के मुख्य महाप्रबंधक श्री संदीप माथुर, महाप्रबंधक श्री सूरज कुमार सोनी, महाप्रबंधक श्री जे एन ठाकुर तथा सहायक महाप्रबंधक व संपर्क अधिकारी श्री रोहित हरित विशेष रूप से उपस्थित थे।
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