माइक्रो एंटरप्राइज डेवलपमेंट प्रोग्राम -12 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम भव्य उद्घाटन

माइक्रो एंटरप्राइज डेवलपमेंट प्रोग्राम -12 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम भव्य उद्घाटन।
भिलाई महिला महाविद्यालय हॉस्पिटल सेक्टर , भिलाई में , दिनांक 20 मार्च 2025 को छत्तीसगढ़ उद्यमिता विकास केंद्र द्वारा भिलाई महिला महाविद्यालय के सभागार मे 12 दिवसीय माइक्रो एंटरप्राइज डेवलपमेंट प्रोग्राम (MEDP) का शुभारंभ किया गया। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य एवं उद्योग विभाग और भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (EDII), अहमदाबाद की संयुक्त पहल के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के के निर्देशानुसार भिलाई महिला महाविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना एवं आइकूएसी के बैनर के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है। सर्वप्रथम राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ राजश्री शर्मा ने 12 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य एवं उसकी रूपरेखा प्रस्तुत की। महाविद्यालय की प्राचार्या दवारा अतिथियों का पुष्पगुच्छो से स्वागत एवं परिचय के पश्चात, डॉ संध्या मदन मोहन , प्राचार्य भिलाई महिला महाविद्यालय ने अपने संबोधन में छात्राओ को अभिप्रेरित करते हुए कहा, कि
“उद्यमिता ही देश की आर्थिक समृद्धि की कुंजी है। इस प्रकार के कार्यक्रम युवाओं को न केवल स्वरोजगार की दिशा में प्रेरित करते हैं, बल्कि उन्हें नवाचार और आर्थिक स्वतंत्रता का अवसर भी प्रदान करते हैं। संस्थान इस प्रकार की पहलों का सदैव समर्थन करता रहेगा उन्होंने हर्षव्यक्तकरते हुए अतिथियो को जानकारी दी कि आज उद्घाटन सत्र मे 50 के निर्धारित समूह की जगह 75 छात्राओं ने सहभागिता दी है उनहोने कहा कि पुस्तकीय ज्ञान के साथ साथ हमें अपने आपको स्वरोजगार के अवसरों पर भी जागरूक करना है, हमें जॉब सीकर नहीं जॉब प्रोवाइडर बनाना है। उन्होने कहा कि विकसित भारत 2047 के हमारे स्वप्न को साकार करने मे आप युवाओ की भूमिका सर्वप्रथम है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि
EDII के राज्य प्रमुख, डाॅ मुकुल बेदी , परियोजना अधिकारी भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान रायपुर छत्तीसगढ़ ने , कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा,
“आज का दौर स्टार्टअप और नवाचार का है। उद्यमिता विकास के लिए सही मार्गदर्शन और प्रशिक्षण आवश्यक है, और हमारा प्रयास है कि इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को व्यावहारिक ज्ञान और संसाधन उपलब्ध कराए जाएं, जिससे वे सफल उद्यमी बन सकें।”
कार्यक्रम के समन्वयक श्री रविकांत भारती प्रोजेक्ट लीड भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान रायपुर ,छत्तीसगढ़ ने बताया कि
“छत्तीसगढ़ में युवाओं और महिलाओं के बीच उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक प्रतिभागी इस प्रशिक्षण का लाभ उठाकर अपने स्वयं के व्यवसाय शुरू करें और स्थानीय अर्थव्यवस्था में योगदान दें।” प्रशिक्षक एवं मेंटोर श्री उज्जवल पुरी गोस्वामी ने आज के अपने वक्तव्य में कहा,
कार्यक्रममें विभिन्न”सफल उद्यमी बनने के लिए सही प्रशिक्षण और सतत प्रयास की आवश्यकता होती है। इस कार्यक्रम में हम न केवल व्यावसायिक अवधारणाओं को समझाएंगे, बल्कि प्रतिभागियों को व्यावहारिक अनुभव भी प्रदान करेंगे, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। आज के सत्र में प्रतिभागियों को सर्वप्रथम उद्यमिता को उदाहरण सहित समझाया । कार्यक्रम का सफल संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन आइकूएसी समन्वयक डॉ भारती वर्मा ने किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डॉ हेमलता सिदार का भी सराहनीय योगदान रहा। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में 75 प्रतिभागियों ने भाग लिया, इनमे से चयनित 50 से 60 छात्राओ के समूह के जिन्हें व्यवसाय योजना निर्माण, वित्तीय प्रबंधन, मार्केटिंग, डिजिटल टूल्स, सरकारी योजनाओं एवं विभिन्न व्यावसायिक अवसरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
कार्यक्रम का संचालन छत्तीसगढ़ उद्यमिता विकास केंद्र द्वारा किया जा रहा है, जो राज्य में नवोद्यमिता और स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सतत प्रयासरत है।
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